दिल्ली हवाई अड्डे पर शुक्रवार, 10 जनवरी को घने कोहरे के कारण 100 से अधिक उड़ानों के परिचालन में देरी हुई। घने कोहरे के कारण दृश्यता में कमी आई, जिससे हवाई अड्डे पर उड़ानों के प्रस्थान और आगमन में बाधाएं उत्पन्न हुईं। विमानन कंपनी ‘इंडिगो’ ने सुबह पांच बजकर चार मिनट पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में यात्रियों से अपील की कि वे हवाई अड्डे पर पहुंचने से पहले अपनी उड़ानों की स्थिति के बारे में नवीनतम जानकारी प्राप्त करें।
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) ने भी उसी दिन सुबह पांच बजकर 52 मिनट पर एक पोस्ट जारी कर बताया कि घने कोहरे के कारण उड़ानों के प्रस्थान पर असर पड़ा है, हालांकि सीएटी-III अनुपालन उड़ानें, जो कम दृश्यता की स्थिति में उड़ान भरने के लिए सक्षम हैं, दिल्ली हवाई अड्डे से आगमन और प्रस्थान कर पा रही हैं। सीएटी-III एक तकनीकी प्रणाली है जो हवाई अड्डे को कम दृश्यता वाले मौसम में भी उड़ानों के संचालन की अनुमति देती है।
उड़ानों की स्थिति की जानकारी देने वाली वेबसाइट ‘फ्लाइटरडारडॉटकॉम’ के अनुसार, दिल्ली हवाई अड्डे पर 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं, और कई उड़ानों के संचालन में देरी हुई। डीआईएएल ने यात्रियों से अनुरोध किया कि वे अपनी संबंधित विमानन कंपनियों से उड़ान की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करें और किसी भी असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया।
‘इंडिगो’ ने भी अपनी यात्रियों से कहा कि वे हवाई अड्डे तक अतिरिक्त समय लेकर चलें, क्योंकि कोहरे के कारण दृश्यता कम हो रही है और यातायात पर भी असर पड़ रहा है। एयरलाइन ने यात्रियों से सुझाव दिया कि वे अपने यात्रा के समय का पुनः मूल्यांकन करें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, जो प्रतिदिन लगभग 1,300 उड़ानों का संचालन करता है, में इस मौसम में घने कोहरे के कारण संचालन में कई तरह की चुनौतियाँ सामने आईं। हवाई अड्डे पर यात्री और विमानन कंपनियां कोहरे के प्रभाव से निपटने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं।