यूपी सरकार ने पड़ोसी राज्यों से अपने-अपने क्षेत्रों के कांवड़ यात्रियों (Kawad yatra 2024) को पहचान पत्र जारी करने का अनुरोध किया है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल में उच्च स्तरीय बैठक में पवित्र सावन मास में निकलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर अधिकारियों को तैयारियां पुख्ता करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद, शनिवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने मेरठ में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और चार अन्य राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की रणनीति बनाई गई।
Kawad yatra 2024:भाला, त्रिशूल जैसे हथियार पर प्रतिबंध
बयान के अनुसार, बैठक में अधिकारियों ने कहा कि कांवड़ यात्रियों (Kawad yatra 2024) को भाला, त्रिशूल या किसी भी तरह का हथियार ले जाने की अनुमति नहीं होगी। कांवड़ यात्रा मार्ग पर बड़े संगीत उपकरणों पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन ध्वनि निर्धारित कानूनी सीमा के भीतर होनी चाहिए। कांवड़ यात्रा की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन से की जाएगी।
श्रद्धालुओं के लिए हर तर की व्यवस्था होगी
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा (Kawad yatra 2024) शुरू हो जाएगी। ऐसे में मेरठ में कांवड़ यात्रा समन्वय बैठक में दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान बैठक में मेरठ के सीमावर्ती जनपदों के वरिष्ठ अधिकारी ऑनलाइन जुड़े। जबकि रेंज और मंडल के अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों से पूरे मार्ग को पांच जोन में बांटा गया है। रास्ते में जगह-जगह स्वास्थ्य शिविर और कांवड़ शिविर लगाए जाएंगे। इनमें श्रद्धालुओं के लिए विश्राम, भोजन और आवास की सुविधा होगी। महिलाओं के लिए अलग से शिविर लगाए जाएंगे। स्वास्थ्य शिविरों में ‘एंटी वेनम इंजेक्शन’ भी उपलब्ध रहेंगे।
आठ संयुक्त नियंत्रण कक्ष से होगी निगरानी
उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रियों (Kawad yatra 2024) के लिए सभी जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए यूपी और उत्तराखंड में आठ संयुक्त नियंत्रण कक्ष बनाए जाएंगे। इनका संचालन दोनों राज्यों के अधिकारी करेंगे। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने बताया कि यात्रा के मद्देनजर यातायात व्यवस्था में बदलाव किए गए हैं। जिन मार्गों से यात्रा शुरू होगी, वहां भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। 21 जुलाई की रात 12 बजे से दिल्ली एक्सप्रेस वे, देहरादून एक्सप्रेसवे और चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।