संजय मग्गू
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नशे के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। पंचकुला की पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों की बैठक के दौरान सीएम सैनी ने नशा तस्करों और नशा माफियाओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। उन्होंने बैठक में हरियाणा को नशा मुक्त बनाने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि सभी जिलों की पुलिस नशे को जड़ से खत्म करने और नशा तस्करों पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयास करे। सीएम सैनी ने इस बात का विशेष तौर पर उल्लेख करते हुए कहा कि इस साल के आखिर तक प्रदेश के सत्तर फीसदी गांव नशा मुक्त हो जाएंगे। आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक में भी सीएम सैनी ने 2047 से पहले पूरे प्रदेश को नशा मुक्त बनाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल पुलिस ने 294 किलो हेरोइन और चरस पकड़ी गई है। सीएम सैनी ने यह भी कहा कि अब तक प्रदेश के 3350 गांव पूरी तरह नशा मुक्त हो चुके हैं। हरियाणा और पंजाब कुछ दशक पहले तक नशाखोरी के मामले में बहुत बदनाम राज्य थे। लेकिन धीरे-धीरे प्रदेश की सरकारों ने इस मामले को गंभीरता से लेना शुरू किया, तो हालात बदलते चले गए। हालांकि अभी इस मामले में बहुत कुछ करने की जरूरत है। हालांकि प्रदेश में नशा तस्करों के खिलाफ 3051 मुकदमे दर्ज करते हुए 4652 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है। साथ ही, पेशेवर अपराधियों पर सख्ती करते हुए पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत वर्ष-2024 में 63 नशा तस्करों के खिलाफ निवारक निरोध की कार्रवाई की गई है। नशीले पदार्थों के सेवन से व्यक्ति को शारीरिक हानि तो होती ही है, उसका चारित्रिक पतन भी होता है। इंसान नशे में कई बार ऐसे अपराध भी कर बैठता है जिसकी सजा वह आजीवन भोगता रहता है। प्रदेश में कैंसर के रोगी दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। इसकी वजह नशा करना है। मुंह और फेफड़े के कैंसर का कारण बीड़ी, सिगरेट, शराब, गांजा, चरस, डोडा पोस्त जैसे नशीले पदार्थों का सेवन है। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इस साल 580 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल, झारखंड, बिहार जैसे राज्यों के नशा तस्कर शामिल हैं। हरियाणा से सटे राज्यों से नशा तस्कर आते हैं और यहां के युवाओं, नशा तस्करों और नशा माफियाओं को नशीला पदार्थ बेचकर रफूचक्कर हो जाते हैं। एनसीबी ने तो देश में सक्रिय विदेशी नशा तस्करों के खिलाफ भी शिकंजा कसा है। इनमें सबसे ज्यादा नाइजीरिया मूल के नागरिक हैं। यही नहीं, नेपाल, रूस, थाईलैंड, घाना जैसे देश के लोग भी प्रदेश में नशा बेचते गिरफ्तार किए गए हैं। इसके बावजूद अभी पुलिस अधिकारियों को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
हरियाणा को नशा मुक्त बनाने को सीएम ने कस ली कमर
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