हरियाणा के हिसार स्थित महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज में दो जूनियर महिला चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार (Haryana Doctor Harassment: ) और उनका पीछा करने के आरोप में तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को इस घटना की जानकारी दी, जो 23 अगस्त की शाम हिसार के अग्रोहा क्षेत्र में घटित हुई थी। घटना तब हुई जब महिला चिकित्सक अपनी ड्यूटी समाप्त कर अपने हॉस्टल की ओर जा रही थीं।
Haryana Doctor Harassment: डाक्टरों के शोर करने पर भाग बदमाश
शिकायत के अनुसार, जब दोनों चिकित्सक आपातकालीन विभाग के पास से गुजर रही थीं, तभी तीन अज्ञात व्यक्तियों ने उनके प्रति अभद्र टिप्पणियां कीं। इस घटना की शिकायत एक रेजीडेंट महिला चिकित्सक ने दर्ज कराई है। जब दोनों चिकित्सकों ने आरोपियों की इन हरकतों को नजरअंदाज किया, तो वे लोग उनका पीछा करने लगे। जब आरोपी नहीं रुके, तो दोनों महिलाओं ने शोर मचाया। शोर सुनकर अस्पताल का एक सुरक्षा कर्मी वहां पहुंचा, जिसके बाद आरोपी भाग गए।
पुलिस का दावा, जल्द आरोपियों को पकड़ा जाएगा
इस घटना के बाद महिला चिकित्सकों ने तुरंत कॉलेज प्राधिकारियों को सूचित किया, जिन्होंने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल के पास से ली गई सीसीटीवी फुटेज की जांच की, लेकिन फुटेज स्पष्ट नहीं थी। पुलिस अब अन्य क्षेत्रों की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। इसके अलावा, पुलिस ने घटना के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इलाके के कुछ लोगों से भी पूछताछ की है। पुलिस अधिकारी ने विश्वास जताया कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
अस्पताल और हास्टल में सुरक्षा व्यवस्था को किया गया सख्त
इस घटना के बाद कॉलेज की अन्य महिला प्रशिक्षु चिकित्सकों ने हॉस्टल और कॉलेज परिसर में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। अधिकारियों ने कहा कि इस घटना के बाद अस्पताल और हॉस्टल में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश फैल चुका है। इन घटनाओं ने मेडिकल कॉलेजों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, और ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है।