मुस्तफाबाद स्टेशन पर अब दिल्ली और पंजाब जाना और भी आसान हो गया है, क्योंकि रेलवे ने यहां चार ट्रेनों के ठहराव की अनुमति दे दी है। रेलवे बोर्ड ने इन गाड़ियों के शेड्यूल को भी जारी कर दिया है, और 1 दिसंबर से इन गाड़ियों का ठहराव शुरू हो जाएगा। इन गाड़ियों के ठहराव से मुस्तफाबाद और आसपास के करीब 50 से अधिक गांवों के लोग लाभान्वित होंगे, साथ ही रादौर के लोगों को भी इसका फायदा होगा।
यह बदलाव कोविड-19 से पहले की स्थिति के बाद आया है, जब इस स्टेशन पर सिर्फ सवारी गाड़ियां ही रुकती थीं। अब यहां से सहारनपुर के अलावा देवबंद, मुजफ्फरनगर, खतौली, मेरठ, मोदीनगर, गाजियाबाद, शाहदरा, पुरानी दिल्ली, नई दिल्ली, अंबाला, राजपुरा, लुधियाना, और जालंधर के लिए सीधी यात्रा सेवा उपलब्ध होगी। रेलवे ने इस संबंध में शेड्यूल जारी कर दिया है, जिससे यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में आसानी होगी।
इस सुविधा की शुरुआत के लिए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) और स्थानीय ग्रामीण दो साल से आंदोलन कर रहे थे। इनकी मांग थी कि मुस्तफाबाद स्टेशन पर गाड़ी संख्या 14521-22 अंबाला दिल्ली इंटरसिटी और 14681-82 जालंधर नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस का ठहराव किया जाए। अब उनकी यह मांग पूरी हो गई है, और इस बदलाव से भाकियू नेताओं और ग्रामीणों में खुशी का माहौल है।
मुस्तफाबाद में ट्रेनों का ठहराव
रेलवे की अधिसूचना के अनुसार, दोनों गाड़ियों का ठहराव 1 दिसंबर से शुरू हो जाएगा। इन गाड़ियों के ठहराव का समय केवल दो-दो मिनट का होगा। गाड़ी संख्या 14522 अंबाला से दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस सुबह 7 बजकर 14 मिनट पर मुस्तफाबाद स्टेशन पर पहुंचेगी और 7 बजकर 16 मिनट पर रवाना होगी। वहीं, गाड़ी संख्या 14521 दिल्ली से अंबाला इंटरसिटी एक्सप्रेस शाम को 5 बजकर 51 मिनट पर पहुंचेगी और 5 बजकर 53 मिनट पर रवाना होगी।
गाड़ी संख्या 14682 जालंधर नई दिल्ली एक्सप्रेस सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर मुस्तफाबाद स्टेशन पर पहुंचेगी और 8 बजकर 16 मिनट पर रवाना होगी। गाड़ी संख्या 14681 नई दिल्ली जालंधर एक्सप्रेस शाम को 7 बजकर 24 मिनट पर पहुंचेगी और 7 बजकर 26 मिनट पर रवाना होगी। इन दोनों गाड़ियों के ठहराव से क्षेत्र के लोगों को बहुत राहत मिलेगी, क्योंकि अब उन्हें लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए अन्य विकल्पों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।
स्टेशन पर स्वागत की तैयारी
आज मुस्तफाबाद स्टेशन पर अंबाला दिल्ली और जालंधर नई दिल्ली एक्सप्रेस के ठहराव के अवसर पर भाकियू और ग्रामीणों की ओर से इन ट्रेनों का भव्य स्वागत किया जाएगा। भाकियू के जिलाध्यक्ष संजू गुंदियाना ने बताया कि इस मौके पर ढोल बजाकर ट्रेनों का स्वागत किया जाएगा और स्टेशन पर लड्डू बांटकर खुशी मनाई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि दो साल के संघर्ष के बाद क्षेत्र के लोगों को यह सुविधा मिल पाई है, जिससे उनका जीवन आसान होगा और वे यात्रा में और भी अधिक सुविधा महसूस करेंगे।
इस ठहराव के निर्णय से न केवल मुस्तफाबाद और आसपास के गांवों के लोगों को लाभ होगा, बल्कि यह पूरे क्षेत्र की समृद्धि और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। रेलवे द्वारा इस कदम को उठाए जाने से यह साबित होता है कि ग्रामीण क्षेत्रों की आवश्यकताओं और सुविधाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।