यूनुस अलवी, देश रोजाना
नूंह। जिले में बढ़ते नशे और अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार जनजागरूकता अभियान चला रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को फिरोजपुर नमक गांव में नशा मुक्त अभियान के तहत एक पंचायत आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में नूंह के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विजय प्रताप सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और नशा तस्करों व अपराधियों को सख्त चेतावनी दी।
इस अवसर पर गांव में एक सार्वजनिक पुस्तकालय का उद्घाटन भी किया गया, ताकि युवा पढ़ाई की ओर आकर्षित हों और बुरी संगत से बचें। एसपी विजय प्रताप सिंह ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा, “अगर हम नूंह को अपराध और नशे से मुक्त कराना चाहते हैं, तो पुलिस के साथ समाज को भी आगे आना होगा। गांव-गांव में कमेटियां बनाएं और जो लोग नशा तस्करी या अन्य अपराधों में लिप्त हैं, उनकी जानकारी पुलिस को दें। पुलिस ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटेगी।”
नशा मुक्त अभियान से दिखने लगा असर
नूंह पुलिस ने कुछ समय पहले जिलेभर में नशा मुक्त अभियान शुरू किया था। फिरोजपुर नमक गांव में मंगलवार को इस अभियान का छठा कार्यक्रम आयोजित किया गया। आगामी 6 फरवरी को धुलावट गांव में भी इसी तरह का कार्यक्रम होगा। एसपी ने बताया कि जब से अभियान की शुरुआत हुई है, तब से नशे के मामलों में 50% तक की कमी आई है। इतना ही नहीं, साइबर अपराधों में भी गिरावट देखी जा रही है। पहले जहां रोजाना 10-12 साइबर फ्रॉड की शिकायतें आती थीं, अब यह संख्या घटकर 2-3 रह गई है।
गांव में कमेटी बनी, युवा देंगे पहरा
गांव के लोगों ने नशे और अन्य सामाजिक बुराइयों को रोकने के लिए 31 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इसके अलावा, हर मस्जिद क्षेत्र में अलग-अलग कमेटियां बनाई गई हैं, जो रात में पहरेदारी करेंगी। अब गांव के युवा लाठी लेकर रातभर पहरा देंगे और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति पर नजर रखेंगे। यदि कोई शरारती तत्व पकड़ा जाता है, तो पहले उसे समझाया जाएगा और फिर भी न मानने पर पुलिस के हवाले किया जाएगा।
पुलिस का सहयोग और समाज की भागीदारी
कार्यक्रम में गांव के सरपंच इमरान, समाजसेवी तैयब हुसैन घासेडिया ने कहा कि पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह का योगदान सराहनीय है। गांव वालों ने उन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया और उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस सम्मान की लाज रखी जाएगी। एसपी ने कहा कि यदि कमेटी को पुलिस या प्रशासन की कोई मदद चाहिए, तो हर संभव सहायता दी जाएगी, ताकि जल्द ही एक बदला हुआ, बेहतर मेवात समाज के सामने आए।
नशा मुक्ति केंद्र भी खुल चुके हैं
एसपी ने बताया कि जिले के अल-आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा और राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में नशा मुक्ति केंद्र खोले गए हैं। यहां 30 बेड की सुविधा उपलब्ध है। यदि कोई अभिभावक अपने बच्चे को नशे से छुटकारा दिलाना चाहता है, तो उसे इन केंद्रों में भेज सकता है।
गांव के लोगों की जागरूकता और पुलिस प्रशासन के प्रयासों से यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में नशा और अपराध पर और भी अधिक नियंत्रण पाया जा सकेगा।