प्रवीण सैनी, देश रोजाना
होडल,नेशनल हाईवे स्थित गांव औरंगाबाद-मित्रोल में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया हैं। शुक्रवार की देर सांय हसनपुर क्षेत्र से वध के लिए तीन गौवंश को तस्करी कर ले जाने के दौरान गौवंश को बचाया और दो तस्करों के साथ बेकाबू भीड़ ने मारपीट कर दी । पुलिस ने घायल तस्करों को इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया जहां इलाज के दौरान शनिवार देर रात हथीन के गांव निवासी 52 वर्षीय गौ तस्कर की मौत हो गई।पुलिस ने तस्करी में शामिल वाहन के चालक की शिकायत पर दर्ज मारपीट व जान से मारने की धमकी के केस में हत्या की धारा जोड़ शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के परिजनों ने दिल्ली अस्पताल शव को लाकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव पुलिस थाने के सामने रख दिया ।शव रखने के बाद भारी संख्या में कई थाना प्रभारी व भारी पुलिस दल मौके पर पहुंच गया।डीएसपी कुलदीप सिंह के अनुसार, गांव दीघोट निवासी रवि ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि वह अपने छोटे हाथी वाहन को किराए पर चलता हैं। हथीन के गांव भूड़पुर निवासी यूसुफ क्षेत्र से लगातार गाय व भैंसों को अपने गांव व राजस्थान के लिए ले जाता रहता हैं। 24 जनवरी को यूसुफ ने उसके पास फोन कर उसे गांव चव्वन का नंगला बुला लिया और वंहा से तीन गौवंश को लेकर बाइक पर सवार होकर निगरानी के लिए आगे चल दिया। जब गांव औरंगाबाद-मित्रोल बस अड्डे के पास पहुंचे तो आठ-दस लोगों ने उसे उन्हें रोककर मारपीट कर दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया वहीं, दोनों आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया । बाद पुलिस ने पीड़ित रवि की शिकायत पर अज्ञात आठ -दस लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। डीएसपी ने बताया शनिवार देर रात इलाज के दौरान यूसुफ की मौत हो गई । पुलिस ने दर्ज की इसमें हत्या की धारा जोड़कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी । डीएसपी ने कहा आरोपियों की पहचान के लिए टीम गठित कर दी गई है जल्द आरोपियों को पहचान कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से मृतक यूसुफ का पोस्टमार्टम करवाने के बाद सैकड़ो की संख्या में परिजन मुंडकटी थाने के सामने शव को लेकर पहुंच गए। सैकड़ो लोगों की पहुंचने की सूचना के बाद हसनपुर ,होडल सहित बहीन थाना से भारी संख्या में पुलिस दल मौके पर पहुंच गया। इस दौरान डीएसपी कुलदीप सिंह ने परिजनों को आरोपियों की गिरफ्तारी के मामले में काफी समझा-बुझाकर वापस भेज दिया।