महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में शनिवार को एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना बांद्रा के खेरवाड़ी सिग्नल के पास उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर हुई, जब अज्ञात हमलावरों ने उन पर तीन गोलियां दागी। हमले के तुरंत बाद बाबा सिद्दीकी को गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार, बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) के पेट में दो गोलियां लगीं, जबकि एक गोली उनके सीने में लगी। पुलिस ने इस मामले में दो संदिग्धों को मौके से गिरफ्तार किया है और इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस द्वारा आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी गई है ताकि हमलावरों की पहचान और उनकी गतिविधियों का पता लगाया जा सके।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक गंभीर अपराध है और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) मुंबई के अल्पसंख्यक वर्ग के प्रमुख नेताओं में से एक थे। उन्होंने महाराष्ट्र कांग्रेस से इस्तीफा देकर अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी का दामन थामा था। बाबा सिद्दीकी तीन बार (1999, 2004, 2009) बांद्रा पश्चिम से विधायक रह चुके हैं और कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रहे हैं। वे महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) के मुंबई डिवीजन के अध्यक्ष पद पर भी आसीन थे।
बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) के बेटे जीशान सिद्दीकी भी राजनीति में सक्रिय हैं और फिलहाल बांद्रा से विधायक हैं। इस दुखद घटना से मुंबई के राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है, और नेताओं ने इसे लोकतंत्र और समाज के लिए एक गंभीर चुनौती बताया है।