ठाणे में चुनावी संघर्ष की स्थिति तेज हो गई है, जहां उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दीघे के भतीजे केदार दीघे को उम्मीदवार बनाया है।
मुख्यमंत्री शिंदे, आनंद दीघे को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। अब उनके भतीजे केदार दीघे कोपरी-पचपाखड़ी विधानसभा सीट पर शिंदे को चुनौती देंगे, जो शिंदे की पारंपरिक सीट रही है। शिवसेना (यूबीटी) ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी करते हुए 65 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है।
इस सूची में, ठाणे विधानसभा सीट पर उद्धव ठाकरे के करीबी और पूर्व सांसद राजन विचारे को भाजपा के मौजूदा विधायक संजय केलकर के खिलाफ उतारा गया है। इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है, क्योंकि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने यहां से अविनाश जाधव को मैदान में उतारा है।
ओवला-मजीवाड़ा सीट से शिवसेना (यूबीटी) ने पूर्व उप महापौर नरेश मनेरा को उम्मीदवार बनाया है, जिनका मुकाबला शिंदे गुट के विधायक प्रताप सरनाईक से होगा। वहीं, कल्याण ग्रामीण सीट पर शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व विधायक सुभाष भोईर का मुकाबला मनसे के मौजूदा विधायक राजू पाटिल से होने की उम्मीद है।
चुनावी तैयारियों की देखरेख कर रहे सांसद नरेश म्हस्के ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री शिंदे 28 अक्तूबर को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। शिंदे 2009 से इस सीट से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं और 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के संजय घाडीगांवकर को 89,000 से अधिक मतों से हराया था।