सिंगापुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय (एनयूएस) में 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर तीन नई हिंदी पुस्तकें लॉन्च की गईं। इन पुस्तकों में सिंगापुर में रहने वाले भारतीय समुदाय के साहित्यकारों द्वारा लिखी गई कविताएँ और कहानियाँ शामिल हैं। भारतीय उच्चायोग, एनयूएस, सिंगापुर संगम हिंदी एसोसिएशन और वाणी प्रकाशन समूह (वीपीजी) ने इस विशेष आयोजन का आयोजन किया। कार्यक्रम के दौरान सिंगापुर में भारत की उप उच्चायुक्त पूजा टिल्लू ने इन पुस्तकों का विमोचन किया।
हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है, जो हिंदी भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए समर्पित होता है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सिंगापुर में हिंदी और तमिल भाषा विभाग की प्रमुख डॉ. संध्या सिंह ने बताया कि यह पहला मौका है जब भारतीय प्रकाशक वीपीजी के साथ सिंगापुर में भारतीय समुदाय के लेखकों की कहानियों और कविताओं की पुस्तकें प्रकाशित की गई हैं। डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि एनयूएस में हिंदी और तमिल भाषा विभाग के तहत कई गैर-भारतीय छात्र हिंदी को एक विदेशी भाषा के रूप में पढ़ रहे हैं, जो हिंदी के प्रसार में एक महत्वपूर्ण योगदान है।
इस वर्ष, आयोजकों ने विश्व हिंदी दिवस के साथ-साथ प्रवासी भारतीय दिवस भी मनाने का निर्णय लिया। प्रवासी भारतीय दिवस हर साल 9 जनवरी को आयोजित किया जाता है, जो भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। डॉ. सिंह ने बताया कि इस वर्ष दोनों आयोजनों को एक साथ मनाने का निर्णय लिया गया।
कार्यक्रम में उप उच्चायुक्त पूजा टिल्लू ने एनयूएस में हिंदी भाषा अध्ययन कर रहे छात्रों को प्रमाणपत्र भी वितरित किए। इस आयोजन का उद्देश्य हिंदी भाषा के महत्व को बढ़ावा देना और सिंगापुर में हिंदी साहित्य को प्रोत्साहित करना था। हिंदी भाषा के प्रति सिंगापुर में बढ़ती रुचि और उसके अध्ययन के प्रसार को देखकर आयोजकों ने इस प्रकार के सांस्कृतिक और शैक्षिक आयोजन आयोजित करने की आवश्यकता को महसूस किया।