कांग्रेस ने रविवार को गृह मंत्री अमित शाह पर कटाक्ष करते हुए जनगणना(Caste Census: ) में हो रही देरी को लेकर तीखी टिप्पणी की। कांग्रेस के इस बयान से एक दिन पहले अमित शाह ने कहा था कि जनगणना उचित समय पर करायी जाएगी और जब इसके बारे में निर्णय लिया जाएगा, तब इसकी घोषणा की जाएगी।
Caste Census: जयराम रमेश ने कसा तंज
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अमित शाह की इस टिप्पणी पर तंज कसते हुए कहा कि स्वयंभू चाणक्य ने अभी एक बड़ा राज खोला है। कल, छत्तीसगढ़ में उन्होंने खुलासा किया कि जनगणना उचित समय पर करायी जाएगी और जब इसके बारे में निर्णय हो जाएगा, तब इसकी घोषणा की जाएगी। वाह! तीन साल से अधिक की देरी के बाद इतनी स्पष्टता!
‘जनगणना के मामले में सरकार की स्थिति चौंकाने वाली‘
जयराम रमेश ने इस बयान को लेकर एक पोस्ट में कहा कि जनगणना के मामले में सरकार की यह स्थिति चौंकाने वाली है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि देश में अप्रैल 2020 से सितंबर 2020 तक जनगणना के मकान सूचीकरण चरण और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को अद्यतन करने का काम शुरू होना था। लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद से जनगणना का काम अभी तक रुका हुआ है और सरकार ने अब तक नए कार्यक्रम की कोई घोषणा नहीं की है।
विपक्ष सरकार पर लगातार हमला कर रहा
जनगणना दशक में एक बार करायी जाती है, और इसका महत्व सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। कई विपक्षी दलों ने इस दौरान जातिगत जनगणना की भी मांग की है, लेकिन सरकार ने इस पर अभी तक कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की है। जनगणना के मुद्दे पर हो रही इस देरी को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमला कर रहा है। उनका मानना है कि यह देरी राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित हो सकती है, जबकि सरकार इसे तकनीकी और महामारी से संबंधित कारणों के लिए स्थगित होने की बात कह रही है।