प्रवर्तन निदेशालय (ED ACTION: ) ने गुरुवार को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन के मामले में गुजरात के कई शहरों में छापेमारी की। इस मामले में हाल ही में राज्य पुलिस ने एक पत्रकार सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। सूत्रों के अनुसार, ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया और राजकोट, जूनागढ़, अहमदाबाद, भावनगर और वेरावल शहरों में करीब 23 परिसरों पर छापेमारी की।
ED ACTION: गिरफ्तार पत्रकार महेश लांगा एक प्रमुख अखबार में कार्यरत
इस मामले में गिरफ्तार पत्रकार महेश लांगा एक प्रमुख अखबार में कार्यरत हैं, और उनके परिसरों पर भी छापेमारी की गई। यह धन शोधन का मामला अहमदाबाद पुलिस अपराध शाखा की प्राथमिकी से संबंधित है। अहमदाबाद पुलिस की अपराध शाखा ने फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) और धोखाधड़ी वाले लेनदेन के जरिए सरकार को धोखा देने के उद्देश्य से स्थापित मुखौटा कंपनियों के एक कथित घोटाले को लेकर केंद्रीय जीएसटी से मिली शिकायत के बाद कई व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।लांगा को सात अन्य लोगों के साथ तब गिरफ्तार किया गया जब केंद्रीय जीएसटी ने जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर उनकी पत्नी और पिता के नाम पर बनाई गई फर्जी कंपनियों में कुछ संदिग्ध लेनदेन पाए। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अपराध शाखा और गुजरात की आर्थिक अपराध शाखा ने अहमदाबाद, जूनागढ़, सूरत, खेड़ा और भावनगर सहित राज्य भर में 14 स्थानों पर छापे मारे। अपराध शाखा के अनुसार, देशभर में 200 से अधिक फर्जी कंपनियां संगठित तरीके से फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट के जरिए सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा रही थीं और इन कंपनियों को बनाने के लिए जाली दस्तावेजों और पहचान पत्रों का इस्तेमाल किया गया था।