हरियाणा विधानसभा(Haryana Election: ) के आगामी चुनावों के मद्देनजर 24 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक आयोजित होने की संभावना है। इस बैठक में चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन की यात्रा से लौटने के बाद अगले दिन इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होंगे।
Haryana Election: ये रहेंगे बैठक में उपस्थित
बैठक में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित सीईसी के अन्य सदस्य भी शामिल होंगे। इसके अलावा, हरियाणा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह-प्रभारी बिप्लव देब, प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया, मुख्यमंत्री नायक सिंह सैनी, प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बडौली और अन्य वरिष्ठ नेताओं के भी इस बैठक में उपस्थित रहने की संभावना है।
एक अक्टूबर को चुनाव
निर्वाचन आयोग के अनुसार, हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए चुनाव एक ही चरण में एक अक्टूबर को होंगे। वर्तमान में हरियाणा में भाजपा की सरकार है, और पार्टी की चुनौती राज्य में अपनी सत्ता को बनाए रखने की है। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में भाजपा की सीटों की संख्या में गिरावट आई, जहां पार्टी को केवल पांच सीटें मिलीं जबकि शेष सीटें कांग्रेस के खाते में चली गईं। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की सभी 10 सीटें जीती थीं।पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 40 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, जबकि कांग्रेस ने 31 सीटें जीतकर मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभाई। जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने 10 सीटें हासिल कीं। इसके अलावा, सात सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों को, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को एक सीट और हरियाणा लोकहित पार्टी को एक सीट पर जीत मिली।
टूट चुका है भाजपा और जजपा का गठबंधन
चुनाव के बाद भाजपा ने जजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई, जिसमें मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बने और जजपा के दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री बने। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद सीट साझेदारी को लेकर असहमति के कारण यह गठबंधन टूट गया। इसके बाद भाजपा ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन से अपनी सरकार बचाई। कुछ समय बाद, पार्टी ने मुख्यमंत्री पद से मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायक सिंह सैनी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया।