नूंह जिले में फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे सरंपच पद का चुनाव लड जीतने वाले सरपंचों के विरूद्ध जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। जिले में अब तब उपायुक्त द्वारा पांच सरपंचों को बर्खारूत कर पदमुक्त कर दिया गया है। जबकि करीब 15 सरपंच जांच के घेरे में है औैर उन पर लगे आरोपों की उपमंडल अधिकारियों द्वारा जांच लगभग पूरी कराई जा चुकी है। उपायुक्त के पास जांच रिर्पोट पहुंचने के साथ ही इन पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के आधार पर सरपंच बनने वाले लोगों में हडकंप मचा हुआ है।
बता दें कि नूंह जिले के पुन्हाना उपमंडल से लहरवाड़ी व जालिका, तावडूं उपमंडल से डालाबास व चीला सहित इंडरी खंड से खोड गांव की महिला सरपंचों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाए गए थे। जिसको लेकर उपायुक्त प्रशांत पंवार द्वारा इन्हें बर्खास्त कर पदमुक्त कराने के साथ ही इनके साथ ही इन्हें प्रमाण पत्र जारी करने वाले स्कूलों के विरूद्ध भी मामला दर्ज कराया गया है। जबकि लहरवाड़ी गांव की महिला सरंपच के पदमुक्त होने के बाद प्रशासन द्वारा लहरवाड़ी गांव में उपचुनाव कराते हुए दूसरी सरपंच भी बना दी गई है।
जांच के घेरे में है जिले के 15 गांवों के सरपंच
जिले के सिरौली, बढ़ाह, आंधाकी, खेडा, गोहेता डूडौली, करहेड़ा व सालाका सहित 15 गांवों के सरपंचों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है। इनमें से अधिकतर गांवों के सरपंचों की जांच संबधित उपमंडल अधिकारियों द्वारा करा ली गई है और इन सरपंचों को अपना पक्ष रखने के लिए आखिरी समय दिया गया है। जबकि सिरौली व डूडौली गांव का मामला हाई कोर्ट में भी चल रहा है।
बचाव के लिए सिफारिश कराने में जुटे हुए है सरपंच
कार्रवाई के डर से फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों पर चुनाव लडक़र जीतने वाले सरपंच अब राजनीतिक से लेकर प्रशासनिक सिफारिश कराने में जुटे है । लगातार कार्रवाई होता देख ऐसे सपंचों को अब अपनाा नंबर आने का डर बना हुआ है।
केस स्टडी नंबर एक
पुन्हाना उपमंडल के गांव सिरौली में ग्रामीणों द्वारा गांव की महिला सरपंच सहाना पर फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र का सहारा लेकर चुनाव जीतने का आरोप लगाते हुए उपायुक्त को शिकायत दी गई। उपायुक्त द्वारा जांच का जिम्मा एसडीएम पुन्हाना को दिया गया। एसडीएम ने खंड शिक्षा अधिकारी को प्रमाण पत्रों की जांच कर रिर्पोट पेश करने के निर्देश दिए। जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रेम बाल जूनियर हाई स्कूल खंड राया जिला मथुरा उत्तर प्रदेश से जारी किए प्रमाण पत्रों की जांच की और जांच में प्रमाण पत्र सही नहीं होने के रिर्पोट एसडीएम को दी गई। एसडीएम द्वारा प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने की रिर्पोट उपायुक्त कार्यालय को भेजी गई। यह मामला हाई कोर्ट में भी चल रहा है। जिसमें प्रशासन द्वारा हाई कोर्ट में प्रमाण पत्र फर्जी होने की बात भी कही गई थी।
केस स्टडी नंबर दो
पुन्हाना खंड के गांव आंधाकी की महिला सरपंच फैमीदा द्वारा भी प्रेम बाल जूनियर हाई स्कूल खंड राया जिला मथुरा उत्तर प्रदेश से जारी प्रमाण पत्रों के सहारे चुनाव लडा गया था। जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा करने के बाद जांच एसडीएम पुन्हाना द्वारा की जा रही है। जांच अंतिम चरण में चल रही है।
केस स्टडी नंबर तीन
बढ़ाह गांव की महिला सरपंच आबिदा के भी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच भी एसडीएम पुन्हाना द्वारा की जा रही है। इसमें भी खंड शिक्षा अधिकारी ने जांच करते हुए रिर्पोट एसडीएम को भेज दी गई। अब एसडीएम द्वारा जांच रिर्पोट पूरी कर आगामी कार्रवाई के लिए उपायुक्त को भेजी जानी है। सरंपचों के प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के साथ ही जांच रिर्पोट आगामी कार्रवाई के लिए उपायुक्त को भेज दी जाएगी। जांच पूरी निष्पक्षता व बिना किसी भेद-भाव के की जा रही है।