मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (mahakumbh2025:)ने शुक्रवार को सेक्टर सात में स्थापित ‘कला कुम्भ’ का उद्घाटन किया। उत्तर प्रदेश राज्य पवेलियन का शुभारंभ करने के बाद मुख्यमंत्री ने कला कुम्भ का दौरा किया, जिसे उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग ने तैयार किया है। इस अवसर पर उन्होंने परिसर में सांस्कृतिक झांकियों का अवलोकन किया और फीता काटकर इसका उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने(mahakumbh2025:) हॉल में प्रदर्शित कलाकृतियों के बारे में जानकारी प्राप्त की और थ्रीडी वीडियो के माध्यम से कला कुम्भ की विशेषताओं को देखा। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनी हॉल का निरीक्षण किया, जहां अनूठी कलाकृतियां, मंदिरों की प्रतिकृति और प्रदर्शनियों की सराहना की। उन्होंने इसे कुम्भ के विकास का प्रमाणिक दस्तावेज करार दिया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिह्न भेंट किया।
कला कुम्भ में उत्तर प्रदेश की कला, संस्कृति, पुरातत्व और कुम्भ आयोजनों से संबंधित अभिलेखों की अनूठी प्रदर्शनी लगाई गई है। लगभग पांच एकड़ में फैले इस परिसर में प्रदर्शनी स्थल के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए एक मंच भी बनाया गया है।
प्रदर्शनी गैलरी में भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की यात्रा, राज्य के संरक्षित स्मारक, पांडुलिपियां और अन्य ऐतिहासिक सामग्री प्रदर्शित की गई हैं। उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को पुरातात्विक और अभिलेखीय साक्ष्यों के माध्यम से दिखाया गया है।
कला कुम्भ की सबसे अनूठी प्रदर्शनी ‘महाकुम्भ का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य’ पर आधारित है। इस खंड में 1866 से 1954 तक प्रयागराज में आयोजित कुम्भ मेलों से संबंधित प्रशासनिक दस्तावेज, सरकारी पत्र और आदेश प्रदर्शित किए गए हैं। यह खंड पिछले 150 वर्षों की कुम्भ से जुड़ी जानकारियों का समृद्ध संग्रह है।