महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Maharashtra Shinde:)ने रविवार को कहा कि राज्य के नए मुख्यमंत्री का फैसला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) करेगी और उन्हें उनका पूरा समर्थन मिलेगा। शिंदे ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार गठन को लेकर महायुति के सहयोगियों के बीच कोई मतभेद नहीं है। सतारा जिले में अपने पैतृक गांव दारे में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिंदे ने बताया कि सरकार गठन पर बातचीत चल रही है और सभी निर्णय महायुति के तीनों सहयोगियों – शिवसेना, भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) द्वारा आम सहमति से लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि (Maharashtra Shinde:)वह नियमित रूप से अपने गांव आते हैं और उनके दौरे को लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। शिंदे ने पिछले सप्ताह ही मुख्यमंत्री पद पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था। शुक्रवार को शिवसेना नेता अपने पैतृक गांव गए थे, जिससे अटकलें लगाई जा रही थीं कि शिंदे नयी सरकार के गठन से खुश नहीं हैं। लेकिन उनके एक सहयोगी ने बताया कि वह बीमार हैं और रविवार शाम को मुंबई लौटेंगे।
महायुति (Maharashtra Shinde:)गठबंधन ने विधानसभा चुनावों में भारी जीत हासिल की, जिसके परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए गए। भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को कहा कि नयी महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह पांच दिसंबर की शाम दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें शामिल होंगे। अभी तक मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन भाजपा सूत्रों के अनुसार, देवेंद्र फडणवीस इस पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। फडणवीस निवर्तमान सरकार में उपमुख्यमंत्री थे।
शिंदे ने पिछले सप्ताह कहा था कि शिवसेना महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फैसले का समर्थन करेगी। उन्होंने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मैं हमेशा अपने गांव आता हूं। जब मैंने पिछले सप्ताह ही अपना रुख स्पष्ट कर दिया, तो इसमें कोई भ्रम क्यों होना चाहिए। मैंने पहले ही कहा है कि भाजपा नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री पद पर लिया गया निर्णय मुझे और शिवसेना को स्वीकार्य होगा और मेरा पूरा समर्थन होगा।”
स्वास्थ्य के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि वह अब ठीक हैं और आराम करने के लिए अपने पैतृक गांव आए हैं। उन्होंने कहा, “हम ऐसी सरकार देंगे, जो लोग चाहते हैं। पिछले ढाई साल में हमारे काम के बदले, जो भारी जनादेश मिला है, उसके कारण अब हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है।”
अपने बेटे और लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे के उप मुख्यमंत्री बनने की अटकलों पर शिंदे ने कहा कि बातचीत चल रही है। उन्होंने बताया, “पिछले सप्ताह दिल्ली में (केंद्रीय मंत्री) अमित शाह के साथ बैठक हुई थी। अब हम तीनों गठबंधन सहयोगी सरकार गठन की बारीकियों पर चर्चा करेंगे।”
शिंदे ने कहा, “भाजपा ने अभी तक अपने विधायक दल के नेता की घोषणा नहीं की है। हम लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। हम लोगों के हित में निर्णय लेंगे। मेरे रुख को दोहराने की कोई जरूरत नहीं है।”