हरियाणा में विधानसभा चुनावों की सरगर्मियां जोरों पर है। प्रदेश में कई राजनीतिक पार्टियों के चुनावी मैदान में उतरने से मुकाबला भी बेहद रोचक होता नज़र आ रहा है। ऐसे में सत्तारूढ़ दल भाजपा और विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने चुनावों में नए चेहरों पर दांव खेल हरियाणा की राजनीती में हलचल मचा दी है। बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र पर प्रकाश डाले तो यह विधानसभा क्षेत्र फरीदाबाद लोकसभा का हिस्सा है। 1967 से अबतक बल्लभगढ़ में 13 बार चुनाव हो चुके हैं और सात बार इस सीट से कांग्रेस जीत चुकी है। 2014 से पहले तक बल्लभगढ़ में कांग्रेस और निर्दलीयों का कब्जा रहा। लेकिन 2014 में भाजपा प्रत्याशी मूलचंद शर्मा ने पहली बार 53,098 वोटों से भारी जीत दर्ज की और विधायक बने अब 2024 में बीजेपी ने तीसरी बार फिर मूलचंद शर्मा पर विश्वास जताया है और चुनावी रण में उतारा है। इसके अलावा विपक्षी दल कांग्रेस ने पराग शर्मा को टिकट देकर सबको चौंका दिया है। पार्टी ने बल्लभगढ़ से दो बार की पूर्व विधायक व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रही शारदा राठौर की जगह पराग शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। शारदा राठौर ने 2014 और 2019 का चुनाव नहीं लड़ा था। 2009 में उन्होंने अंतिम बार चुनाव लड़ा था और तब कांग्रेस टिकट पर जीत हासिल कर दोबारा विधानसभा में प्रवेश पाया था। इस बार वो बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र से प्रबल दावेदार थी लेकिन अंतिम समय में कांग्रेस ने सियासी दांव चला और उन्हें टिकट नहीं दी। हालांकि टिकट कटने से मायूस और नाराज शारदा राठौर निर्दलीय उम्मीदवार के तोर पर चुनावी मैदान में नज़र आएगी। अब ऐसे में बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी मूलचंद शर्मा की राह आसान होगी ये कहना मुश्किल है क्यूंकि इस बार यहाँ जबरदस्त मुकाबला देखने को मिलेगा।
कौन-है पराग शर्मा
पराग शर्मा भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय स्तर की नेता है। बता दें कि उनका नाम भी युथ कांग्रेस में उनकी सक्रियता की वजह से सामने आया। पराग अक्सर मीडिया में अथवा राष्ट्रीय सम्मेलनों में कांग्रेस का पक्ष रखती नज़र आती है वह पूर्व विधायक योगेश शर्मा की बेटी है। योगेश शर्मा ने 1987 के विधानसभा चुनावों में लोकदल-बी (चौधरी देवीलाल की पार्टी) की टिकट पर लड़ा था और जीत हासिल की थी 1991 के चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए तथा आज तक कांग्रेस में हैं, लेकिन कांग्रेस से कभी उन्हें टिकट नहीं मिला और वह चुनावी मैदान में नज़र नहीं आए हालांकि अब कांग्रेस पार्टी ने उनकी बेटी पराग शर्मा पर विश्वास जताया है। पराग सद्पुरा की रहने वाली है और भाजपा प्रत्यशी मूलचंद शर्मा भी इसी गांव के निवासी है। मूलचंद शर्मा और पराग शर्मा एक दूसरे से अनजान नहीं है मूलचंद शर्मा पराग के पिता योगेश शर्मा के सहयोगी रहे चुके है।
प्रदेश में भाजपा की एंटी इनकंबेंसी
2024 के विधानसभा चुनावों की राह भाजपा प्रत्यशी मूलचन्द शर्मा के लिए मुश्किल हो सकती है हालांकि कांग्रेस की तरफ से लोगों को किसी मजबूत कैंडिडेट सामने आने की उम्मीद थी लेकिन पार्टी ने शारदा राठौर की जगह पराग शर्मा पर विश्वास जताया है। लोग पराग शर्मा को मूलचंद शर्मा के आगे कमजोर प्रत्याशी समझ रहे है लेकिन कब क्या हो जाए, कोई नहीं जनता क्यूंकि इस बार पुरे हरियाणा में भाजपा की लहर पहले से कमजोर स्थिति है और अगर बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पिछले 10 सालों में हुए विकास की बात करें तो आम जनता आज भी मुलभूत सुविधाओं से वंचित है ऐसे में भाजपा के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी मूलचंद शर्मा के जीत के विश्वास पर भारी पड़ सकती है।
कई समस्याओं से परेशान है बल्लभगढ़ की जनता
बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न महत्वपूर्ण जन समस्याएँ जिनमें जाम, सडकों की खस्ता हाल, पानी की निकासी न होना , जगह-जगह कूडे़ के ढेर, असहाय पशुओं का सड़को पर घूमना जैसी समस्याओं चुनाव में मुद्दा बनेंगी इसके अलावा नगर निगम का भ्रष्टाचार भी चुनाव का मुख्य मुद्दा बनकर सामने आएगा। बल्लभगढ़ बस स्टैंड जिससे आए दिन हज़ारों लोग गुजरते है बारिश के समय में जलभराव के कारण डूब जाता है। ऐसे में जनता किसी विकास के चेहरे की तलाश कर रही है।