संगठित अपराध को लेकर सैनी सरकार का रवैया निरंतर कठोर होता जा रहा है। नायब सिंह सैनी ने पुलिस अधिकारियों को इस बात के लिए पूरी छूट दे दी है कि वे संगठित अपराधी गिरोहों के नेटवर्क को तोड़कर प्रदेश से अपराधियों का खात्मा कर दें। पुलिस अधिकारियों ने भी इस काम के लिए कमर कस ली है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, सीआईडी चीफ आलोक कुमार मित्तल सहित सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तय कर लिया है कि किसी भी तरह प्रदेश को अपराध मुक्त बनाकर रखना है। शनिवार को हिमांशु भाऊ गैंग के तीन शार्पशूटरों को मार गिराने में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच और हरियाणा की एसटीएफ टीम को सफलता मिली थी। इस सफलता से उत्साहित पुलिस ने प्रदेश को अपराध रहित करने का फैसला किया है। अब इस काम में पुलिस विभाग को कितनी सफलता मिलती है, यह तो समय ही बताएगा। माना जाता है कि प्रदेश में करीब दो दर्जन संगठित आपराधिक गिरोह और उनके डेढ़ सौ सदस्य सक्रिय हैं।
हरियाणा पुलिस को कुख्यात गैंगस्टर राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया को गिरफ्तार करके थाईलैंड से अपने देश लाने में सफलता मिल चुकी है। फिलीपींस में कुख्यात गैंगस्टर सुरेंद्र ग्योंग के भाई जोगेंद्र ग्योंग को गिरफ्तार कर लिया है। उसे भारत लाने की प्रक्रिया में प्रदेश पुलिस लगी हुई है। जल्दी ही उसे भारत लाने में भी सफलता मिल जाएगी। नीरज फरीदपुरिया और हिमांशु भाऊ गैंग की कमर तोड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछा दिया है। अब जब पुलिस ने ठान ही लिया है, तो बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी। एक न एक दिन इन दोनों गैंगस्टरों का नेटवर्क पुलिस ध्वस्त करके ही मानेगी। सुपारी किलिंग, जबरन वसूली जैसे तमाम आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले कुछ गैंग के मास्टरमाइंड तो विदेशों में बैठकर हरियाणा, दिल्ली और पंजाब जैसे राज्यों में आतंक फैलाए हुए हैं।
पिछले साल केंद्र सरकार ने 28 ऐसे गैंगस्टरों की सूची जारी की थी जो विदेश में रहकर अपने गैंग का संचालन कर रहे हैं। इनमें से सतविंदर जीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़, हिमांशु ऊर्फ भाऊ, अनमोल बिश्नोई, लारेंस बिश्नोई, अक्षय, रोहित गोदारा, कपिल सांगवान, राशिद केबलवाला आदि प्रमुख हैं। विदेश में बैठे नामी गैंगस्टरों में से पांच अमेरिका, नौ कनाडा और बाकी ब्रिटेन, पुर्तगाल, यूएई आदि देशों में हैं। अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में ये लोग नागरिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के नाम पर अपने बचाते हुए भारत के खिलाफ आतंकी कार्रवाइयां करते रहते हैं। इन देशों का प्रशासन भी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता है। विदेश में बैठे इन गैंगस्टरों के प्रदेश में सक्रिय नेटवर्क को यदि तोड़ने में पुलिस को सफलता मिल गई, तो प्रदेश को किसी हद तक अपराध मुक्त किया जा सकता है।
-संजय मग्गू