सुसाइड कैप्सूल नाम सुनके ही आप समझ गए होंगे की आज हम किस विषय पर बात करने जा रहे हैं। आज का विषय एक नए आविष्कार पर है जो की स्विट्ज़रलैंड में बना है लेकिन ऐसा क्या आविष्कार है जिसकी चर्चा पूरे विश्व में हो रही है , ये जानकाररी भी आपको देते है लेकिन उससे पहले आपको बता दें की ये सभी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से निकाली गयी है।
स्विट्जरलैंड में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और एक संदिग्ध मौत के मामले में क्रिमिनल केस शुरू कर दिया है। यह मौत यहां के नए और विवादित सुसाइड कैप्सूल से जुड़ी हुई है। इस सुसाइड कैप्सूल का इस्तेमाल पहले कभी नहीं हुआ था। इस रिपोर्ट में जानिए सुसाइड कैप्सूल क्या है, इसे बनाने का उद्देश्य क्या है और इसे लेकर विवाद क्यों मचा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक इस कैप्सूल में लेटने के बाद २ मिनट में तो आप बेहोश हो जाएंगे और अगले 5 मिनट में आपकी जान चली जाएगी। इस मशीन को बनाने के लिए एक से बढ़कर एक वैज्ञानिक लगे जिसके बाद इस मशीन को बनाया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार सोमवार को इस सुसाइड कैप्सूल का पहली बार इस्तेमाल किया गया। पुलिस का कहना है कि मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और प्रॉसीक्यूटर्स ने आत्महत्या के लिए उकसाने और इसमें मदद करने के शक के आधार पर जांच शुरू कर दी है। इस सुसाइड कैप्सूल का निर्माण नीदरलैंड्स के एक असिस्टेड सुसाइड ग्रुप एग्जिट इंटरनेशनल (Exit International) ने किया है।
एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गे की कपोमपानी ने कहा की कि एग्जिट इंटरनेशनल की स्विट्जरलैंड में सहयोगी कंपनी द लास्ट रिजॉर्ट के को-प्रेसीडेंट फ्लोरियन विलेट उस महिला की मौत के समय वहां पर मौजूद अकेले शख्स थे।
बता दें कि स्विट्जरलैंड दुनिया के उन गिने-चुने देशों में से एक है जहां विदेशी कानूनी तौर पर अपना जीवन समाप्त करने के लिए यात्रा करते हैं। यह देश ऐसे कई संगठनों का घर है जो लोगों की खुद की जान लेने में मदद करने का काम करते हैं। बता दें कि सुसाइड कैप्सूल से मौत के पहले मामले पर विवाद इसलिए मचा है क्योंकि आरोप लगाया गया है कि महिला को अपनी जान देने के लिए उकसाया गया था।
दोस्तोंक्या लगता है भारत में भी ऐसी मशीन अगर बने तो क्या लोग इसे खरीदेंगे , अपना जवाब कमेंट कर जरुरु बताएं