उत्तर प्रदेश के संभल जिले(UP SAMBAHL: ) में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद शुक्रवार को पुलिस ने अदालत और मस्जिद की सुरक्षा कड़ी कर दी है। शुक्रवार को जुमे की नमाज है और संभल के चंदौसी स्थित जिला न्यायालय में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के मामले की सुनवाई होनी है। इस दौरान सर्वेक्षण रिपोर्ट भी अदालत में पेश की जाएगी, जिसके लिए मुस्लिम और हिंदू पक्ष के वकीलों ने पूरी तैयारी कर ली है।
हिंदू पक्ष के (UP SAMBAHL: )वकील गोपाल शर्मा ने कहा कि आज सुनवाई होगी और वादी पक्ष जवाब देगा। शर्मा ने यह भी कहा कि ‘एडवोकेट कमिश्नर’ सर्वे की अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट पेश होने के बाद आगे की तैयारी की जाएगी। मुस्लिम पक्ष के वकील शकील अहमद वारसी ने कहा कि हमारी तरफ से पूरी तैयारी है और हमारे पास सभी साक्ष्य मौजूद हैं। हम पहले नकल मांगेंगे और फिर अदालत में मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे।
मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार ने कहा कि प्रशासन ने प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी की 13 कंपनियां, त्वरित कार्य बल की एक कंपनी, जोन स्तर का पुलिस बल, और स्थानीय पुलिस बल को तैनात किया है। इसके अलावा, आरक्षित पुलिस बल की व्यवस्था भी की गई है, जो संभल में मौजूद रहेंगे। कुमार ने बताया कि चंदौसी स्थित न्यायालय और संवेदनशील धार्मिक स्थलों की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है।
इसके(UP SAMBAHL: ) पहले, गुरुवार को मस्जिद के पास के इलाकों में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। संभल की एक अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को जामा मस्जिद का पहली बार सर्वेक्षण किया गया था, जिसके बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। अदालत ने यह आदेश उस याचिका पर दिया था जिसमें दावा किया गया था कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर था। 24 नवंबर को मस्जिद का दोबारा सर्वेक्षण किए जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी और 25 अन्य घायल हो गए थे।
हालांकि, शहर में हालात लगभग सामान्य हो चुके हैं, लेकिन मस्जिद के पास के बाजारों के व्यापारियों का कहना है कि घटना के बाद से उन्हें नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान मस्जिद से आधा किलोमीटर दूर स्थित सर्राफा बाजार के दुकानदारों को हुआ है।