Health Tips : ऑफिस में बैठकर काम करना एक ज़रूरी रूल होता है लेकिन इस मामले में लोग कई बार लापरवाही के चलते हेल्थ रिस्क पैदा कर लेते हैं। सिटिंग जॉब के दौरान आप ऐसी गलतियां कर सकते हैं जिससे आपकी जिंदगी पर गहरा असर पड़ सकता है। जी हां ऑफिस में काम करते समय की गई एक छोटी सी गलती आपकी जिंदगी के कई साल कम कर सकती है। हाल ही में हुई एक स्टडी में पाया गया कि बैठकर लम्बे वक़्त तक काम करने के चलते लोगों में गंभीर रूप से हेल्थ रिस्क देखे जा रहे हैं। यानि कि जो लोग लम्बे समय तक एक ही जगह बैठे-बैठे बिना ब्रेक लिए काम करते हैं, वो कई बीमारियों को दावत देने के साथ ही अपने जीवन के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं।
लम्बे समय तक बैठने से बढ़ रहीं बीमारियां
दरअसल लम्बे समय तक बैठे रहने से हमारे शरीर की एनर्जी ज़्यादा यूज़ नहीं होती और अगर शरीर एनर्जी यूज़ नहीं करता तो हम बीमार पड़ सकते हैं। जिसके कारण मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर व शुगर आदि के संभावित खतरे शरीर को घेर सकते हैं। लम्बे समय तक बैठे रहने से बैली फैट की समस्या तेज़ी से बढ़ने लगती है और शरीर में चर्बी भी तेज़ी से बढ़ने लगती है। बैड कोलेस्ट्रोल के बढ़ने की वजह से शरीर के मेटाबॉलिक सिस्टम पर असर होता है जिससे लोगों में मेटाबॉलिक सिंड्रोम का भी खतरा पैदा हो सकता है। इसके अलावा हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का रिस्क भी लम्बे समय तक बैठने से बढ़ सकता है।
लम्बे समय तक बैठना दिल के लिए खतरा
हाल ही में पब्लिश जामा कार्डियोलॉजी की एक स्टडी के अनुसार, जो लोग घंटों बैठकर ऑफिस में काम करते हैं। ऐसे लोगों को बाकि लोगों की तुलना में दिल संबंधी बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा ज़्यादा होता है। यह स्टडी चाइनीज एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज और पेकिंग यूनियन मेडिकल कॉलेज ने संयुक्त रूप से की है, जिसमें चेताया गया है कि जो लोग 8 घंटे से ज़्यादा लम्बे समय तक बैठकर काम करते हैं। उनमें 20 प्रतिशत तक दिल के दौरे या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
इसके अलावा इस स्टडी में लॉन्ग सिटिंग जॉब करने वाले लोगों को हार्ट फेल होने का खतरा 50 फीसदी बढ़ने की बात कही गई है। यह स्टडी लगभग 11 सालों के बीच की गई जिसमें 21 देशों के नागरिकों के स्वास्थ्य पर अध्ययन किया गया। स्टडी में सलाह भी दी गई है कि काम करते समय बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए और टहलना चाहिए। सिटिंग जॉब करने वालों को एक्टिव रहने के लिए अपने डेली रूटीन में एक्सरसाइज को ज़रुर शामिल करना चाहिए। इसके अलावा सही डाइट और अल्कोहल व स्मोकिंग से दूर रहकर इस खतरे से बचाव सम्भव है।