फीमेल फैंन के किस करके नहीं शर्मिंदा हैं उदित नारायण, कंट्रोवर्सीज के बीच पाना चाहते हैं भारत रत्न

1  स्वस्थ और संतुलित आहार लें फल, सब्जियां, फलियां, नट्स और साबुत अनाज सहित विभिन्न खाद्य पदार्थों का सेवन करें। अपने दोनों वक्त की थाली में सब्जियों को जरूर शामिल करें। जबकि बीच – बीच में ताज़े फालों का सेवन कर सकती हैं। स्वस्थ और संतुलित आहार लेने से आप कुपोषण और गैर-संचारी रोगों जैसे मधुमेह, हृदय रोग, स्ट्रोक और कैंसर के जोखिम को कम कर पाएंगे।

2  नमक और चीनी कम ही खाएं डब्ल्यूएचओ के अनुसार अपने नमक का सेवन प्रति दिन 5 ग्राम तक कम करें, लगभग एक चम्मच के बराबर। नहीं तो उच्च रक्तचाप का खतरा होता है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। दूसरी ओर, अत्यधिक मात्रा में चीनी का सेवन करने से दांतों की सड़न और अस्वस्थ वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। आप मीठे स्नैक्स, कैंडी और कोल्ड ड्रिंक की खपत को सीमित करके अपने चीनी का सेवन कम कर सकते हैं।

3  फैट इंटेक कम करें वसा आपके कुल ऊर्जा सेवन का 30% से कम होना चाहिए। यह वजन बढ़ने को रोकने में मदद करेगा। वसा विभिन्न प्रकार के होते हैं, लेकिन असंतृप्त वसा, संतृप्त वसा और ट्रांस-वसा से बेहतर होते हैं। डब्ल्यूएचओ संतृप्त वसा को कुल ऊर्जा सेवन के 10% से कम करने की सिफारिश करता है।

4  धूम्रपान और शराब छोड़ें शराब पीने का कोई सुरक्षित स्तर नहीं है। शराब के सेवन से मानसिक और व्यवहार संबंधी विकार जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसमें लिवर सिरोसिस, कैंसर और हृदय रोग, जैसी बीमारियां भी शामिल हैं। इसके अलावा, तंबाकू न केवल सीधे धूम्रपान करने वालों को मारता है बल्कि धूम्रपान न करने वालों को भी सेकेंड हैंड एक्सपोजर से मारता है।

5  व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं मशहूर पोषण विशेषज्ञ रुजुता दिवेकर भी कहती हैं कि ‘एक्सरसाइज़ का कोई और अल्टरनेटिव नहीं है। आपको दिन में कम से कम आधा घंटा ज़रूर व्यायाम करना चाहिए।” साथ ही, खुद को एक्टिव रखें इसमें काम करने, खेलने, घर के काम करने, यात्रा करने और मनोरंजक गतिविधियों में इंगेज होना भी शामिल है।