मेवों को पाकिस्तान नहीं भेज सकते, महात्मा गांधी ने क्यों कही थी ये बात; दिलचस्प है मेवात का इतिहास

मेवात गलत वजह से सुर्खियों में है। हरियाणा का ये इलाका हिंसा की चपेट में है।

चर्चा में आने के साथ ही लोग मेवात के इतिहास के बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं।

मेवात वो क्षेत्र है जिसपर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी अपनी बात रखी थी। उन्होंने क्या कहा था और इसका क्या इतिहास है वो हम आपको यहां बता रहे हैं।

केंद्र सरकार से मैं ये कहूंगा कि अगर मेवों पर ये आरोप (अपराधी होने के) सही हैं तो भी इस दलील के आधार पर उन्हें निकालकर पाकिस्तान नहीं भेजा जा सकता। 

मेव लोग भारत की प्रजा हैं, इसलिए सरकार का ये कर्तव्य है कि वो मेवों को शिक्षा की सुविधा देकर, उन्हें बसाने के लिये बस्तियां बनाकर अपने आपको सुधारने में मदद करे।

उन्होंने कहा था कि ऐसा कहने से तो काम नहीं चलेगा कि मेव गुनाह करने वाली कौम है। गुनाह करने वाला कौन है और कौन नहीं… ये कौन जानता है?

मेवात रीजन के लोगों की लुटेरे के रूप में पहचान की और उन्हें दंड देने के लिए तीन बार मेवात पर शाही आक्रमण किया, जिन्हें लुटेरा कहा गया वो मेवाती तब हिंदू थे।

यहां से चले जाओ, ये कहने से तो काम नहीं हो सकता।इनको (मेव मुसलमानों) तो सुधारना चाहिए और अच्छी शिक्षा देना चाहिए।

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