टाइटैनिक जहाज की दुखद दुर्घटना के बाद 700 लोगों की जान बचाने वाले आरएमएस कार्पेथिया के कप्तान आर्थर रोस्ट्रॉन को दी गई एक सोने की घड़ी नीलामी में लगभग 20 लाख अमेरिकी डॉलर में बिकी है। यह घड़ी टिफनी एंड कंपनी की 18 कैरेट सोने की थी, जो जीवित बची तीन महिलाओं द्वारा कप्तान रोस्ट्रॉन को दी गई थी, जिन्होंने टाइटैनिक के डूबने के बाद अपने जहाज से राहत कार्य में मदद की थी।
यह घड़ी न केवल एक ऐतिहासिक वस्तु है, बल्कि यह टाइटैनिक की त्रासदी के बाद दिखाए गए साहस और मानवता का प्रतीक भी बन गई है। टाइटैनिक 15 अप्रैल 1912 को उत्तरी अटलांटिक में एक हिमखंड से टकराकर डूब गया था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। इस त्रासदी के बाद आरएमएस कार्पेथिया के कप्तान आर्थर रोस्ट्रॉन ने तात्कालिक रूप से अपने जहाज का रास्ता बदल दिया और डूबते हुए टाइटैनिक के यात्रियों को बचाने के लिए मदद भेजी। उनके इस साहसिक कार्य को हमेशा याद किया जाएगा, और यही कारण है कि उन्हें इस घड़ी के रूप में सम्मानित किया गया था।
नीलामी में हुई रिकॉर्ड बिक्री
यह 18 कैरेट सोने की घड़ी नीलामी में 15.6 लाख ब्रिटिश पाउंड में बिकी, जिसमें खरीदार द्वारा भुगतान किए गए कर और शुल्क भी शामिल थे। अमेरिकी डॉलर में यह राशि लगभग 20 लाख डॉलर के बराबर है। नीलामीकर्ता हेनरी एल्ड्रिज एंड सन ने इस घड़ी की नीलामी की। यह नीलामी विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि टाइटैनिक से जुड़ी वस्तुओं की बिक्री में यह अब तक की सबसे बड़ी बिक्री मानी जा रही है।
नीलामी में भाग लेने वालों में से एक निजी अमेरिकी संग्रहकर्ता ने इस घड़ी को खरीदा। इस घड़ी की विशेषता यह थी कि इसमें टिफनी एंड कंपनी का हस्ताक्षर था, जो अपने उच्च गुणवत्ता वाले आभूषणों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा, घड़ी पर खुदाई किए गए शिलालेख ने इसे और भी खास बना दिया था।
घड़ी का ऐतिहासिक महत्व
यह घड़ी केवल एक वस्तु नहीं, बल्कि टाइटैनिक त्रासदी के बाद दिखाए गए साहस और मानवता का प्रतीक है। कप्तान आर्थर रोस्ट्रॉन ने अपनी नाव को खतरे में डालते हुए अपने रास्ते को बदलकर डूबते टाइटैनिक के यात्रियों की मदद की थी। उनके इस अद्वितीय साहस को सलाम करते हुए, तीन जीवित बची महिलाओं ने इस घड़ी को उन्हें उपहार में दिया था। यह घड़ी अब इतिहास का हिस्सा बन गई है और इसका नीलामी में बिकना इस महत्वपूर्ण इतिहास को पुनः जीवित करता है।
टाइटैनिक के इतिहास को याद करते हुए
टाइटैनिक का डूबना अब तक की सबसे बड़ी समुद्री त्रासदियों में से एक माना जाता है। जहाज के डूबने में कुल 1,500 से अधिक लोग मारे गए थे। इस घटना के बाद, कई सवाल उठे थे कि क्या बचाव कार्य जल्दी किया जा सकता था। लेकिन कप्तान रोस्ट्रॉन ने समय रहते राहत कार्य किया और अपने जहाज आरएमएस कार्पेथिया को डूबते हुए यात्रियों तक पहुंचाया। उनका यह साहसिक कदम हमेशा याद किया जाएगा और यह घड़ी उसी साहस का प्रतीक है।