कतर ने कहा है कि इजराइल और हमास गाजा में संघर्षविराम समझौते और बंधकों की रिहाई पर सहमति बनाने के बहुत करीब हैं। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उनका कहना था कि वार्ता सकारात्मक दिशा में चल रही है, हालांकि उन्होंने इसके बारे में कोई और जानकारी नहीं दी। कतर पिछले एक साल से हमास के साथ अप्रत्यक्ष वार्ता कर रहा है और अब वह इन वार्ताओं की मेज़बानी भी कर रहा है।
इस समय हो रही वार्ता में दो अधिकारियों ने बताया कि हमास ने गाजा में संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई के लिए एक मसौदा समझौते को स्वीकार कर लिया है। एक इजराइली अधिकारी ने भी इस प्रगति की पुष्टि की, लेकिन कहा कि समझौते के विवरण को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस प्रस्ताव की एक प्रति भी प्राप्त की गई है, और मिस्र और हमास के अधिकारियों ने इसकी प्रामाणिकता को मंज़ूरी दी है। अंतिम स्वीकृति के लिए इस योजना को इजराइली कैबिनेट के पास भेजा जाएगा।
इस समझौते को लेकर कतर, अमेरिका और मिस्र लंबे समय से मध्यस्थता कर रहे हैं। इन देशों का उद्देश्य गाजा में जारी युद्ध को खत्म करना और हमास द्वारा 7 अक्टूबर, 2023 को बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई सुनिश्चित करना है। वर्तमान में गाजा में लगभग 100 इजराइली बंधक हैं, जिनमें से कई की मौत हो चुकी है। अधिकारियों का मानना है कि इस संघर्षविराम समझौते से बंधकों की रिहाई और युद्ध का अंत संभव हो सकता है।
वार्ता के बाद उम्मीद की जा रही है कि 20 जनवरी तक इस समझौते पर एक अंतिम निर्णय लिया जा सकता है, जब अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शपथ ग्रहण करेंगे। इस संघर्ष ने गाजा के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया है और वहां रहने वाली 23 लाख की आबादी में से लगभग 90 प्रतिशत लोग विस्थापित हो चुके हैं। गाजा के लोग तंबू शिविरों में रह रहे हैं और वहां भुखमरी की स्थिति है।