डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद पहले ही दिन कई कड़े फैसले लेने की तैयारी कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप करीब 100 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे। ये आदेश मुख्य रूप से आव्रजन, सीमा सुरक्षा, ऊर्जा और शासन से जुड़े हो सकते हैं। ट्रंप के करीबी सहयोगी और आगामी प्रशासन में व्हाइट हाउस डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ़ बनने जा रहे स्टीफ़न मिलर ने इस बात की पुष्टि की है।
गौरतलब है कि कार्यकारी आदेश राष्ट्रपति द्वारा जारी ऐसे आदेश होते हैं, जिनकी ताकत कानून के बराबर होती है। इन्हें लागू करने के लिए संसद की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन अदालत में इन्हें चुनौती दी जा सकती है। ट्रंप और उनकी टीम ने अपने एजेंडे को तुरंत लागू करने की योजना बनाई है, जिसमें बड़ी नीतिगत और प्रशासनिक बदलावों का खाका तैयार किया गया है।
पहले दिन होंगे ये अहम फैसले
स्टीफ़न मिलर के अनुसार, ट्रंप अपने कार्यकाल के पहले दिन दक्षिणी सीमा पर आपातकाल घोषित करने, सीमा पर सैन्य तैनाती, और तस्करों को ‘विदेशी आतंकवादी संगठन’ घोषित करने जैसे बड़े फैसले लेंगे। इसके अतिरिक्त, ‘मेक्सिको में बने रहो’ नीति को बहाल करना, ‘पकड़ो और छोड़ो’ नीति को समाप्त करना, और ऊर्जा आपातकाल घोषित करना उनके प्राथमिक एजेंडे में शामिल हैं। इन नीतियों का उद्देश्य आव्रजन पर सख्ती, सीमा सुरक्षा को मजबूत करना और अमेरिकी हितों की रक्षा करना है।
ऊर्जा और सरकारी नीतियों में बदलाव
ऊर्जा क्षेत्र में भी ट्रंप के बड़े फैसले देखने को मिल सकते हैं। आर्कटिक ड्रिलिंग को खोलना, पाइपलाइन लाइसेंसिंग और निर्माण में तेजी लाना, तथा जीवाश्म ईंधन उत्पादन पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाना इन नीतियों का हिस्सा हैं। ट्रंप ने अपने अभियान के दौरान बार-बार यह वादा किया था कि वे अमेरिका को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाएंगे। साथ ही, सरकारी भर्ती नीतियों में बदलाव और सरकारी कर्मचारियों को हटाने के लिए सुधारात्मक कदम उठाना भी उनकी प्राथमिकताओं में है।
बाइडन प्रशासन के फैसले पलटेंगे
ट्रंप प्रशासन, निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन के कुछ फैसलों को पलटने की भी योजना बना रहा है। इनमें जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते से बाहर निकलना और घरेलू तेल ड्रिलिंग का विस्तार करना प्रमुख हैं। इसके अलावा, ट्रंप उन नीतियों को भी खत्म करेंगे, जिन्हें वे अमेरिकी ऊर्जा उद्योग और अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक मानते हैं।
अमेरिकी नागरिकों के लिए सुरक्षा और न्याय पर जोर
मिलर ने कहा कि ट्रंप हमेशा अमेरिकी नागरिकों के अधिकारों और सुरक्षा के लिए लड़ते रहे हैं। उनके आदेशों का मुख्य उद्देश्य देश के भीतर अवैध गतिविधियों और आपराधिक गिरोहों का खात्मा करना है। ट्रंप ने यह भी सुनिश्चित करने का वादा किया है कि हर अमेरिकी को न्याय मिलेगा, खासतौर पर उन परिवारों को जिन्होंने अवैध अप्रवासियों के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया है।
ट्रंप की वापसी के साथ यह साफ है कि उनका प्रशासन तेजी से अपने एजेंडे को लागू करने की कोशिश करेगा, जो आव्रजन, ऊर्जा और सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर केंद्रित होगा। उनके फैसलों का देश की नीतियों पर व्यापक असर पड़ सकता है।