हाल के दिनों में, राज्य में कई कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या कर ली है। इनमें से कुछ छात्र नीट और JEE मेन जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। सरकार ने इस समस्या पर ध्यान दिया है और इस पर कुछ कदम उठाने की योजना बना रही है। सरकार ने राज्य के सभी coaching institutes को निर्देश दिया है कि वे छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और उन्हें किसी भी तरह की समस्या होने पर मदद करें।
सरकार ने यह भी कहा है कि वह coaching institutes को मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों को नियुक्त करने के लिए subsidy देगी। सरकार ने यह भी कहा है कि वह coaching institutes को छात्रों के लिए परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। सरकार का मानना है कि कोचिंग छात्रों की आत्महत्याओं को रोकने के लिए इन कदमों से मदद मिलेगी। हालांकि, सरकार को यह भी ध्यान रखना होगा कि छात्रों को केवल मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने से ही समस्या का समाधान नहीं होगा। सरकार को छात्रों के लिए stressful और pressing वातावरण को कम करने के लिए भी कदम उठाने होंगे।
यह भी महत्वपूर्ण है कि सरकार छात्रों को इस बारे में जागरूक करे कि वे तनाव से कैसे निपट सकते हैं और आत्महत्या के विचारों को कैसे दूर कर सकते हैं। सरकार को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कोचिंग संस्थानों में छात्रों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए और उन्हें किसी भी तरह का मानसिक या शारीरिक शोषण न किया जाए। सरकार को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए और इसे हल करने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि कोई भी छात्र आत्महत्या के विचारों से पीड़ित न हो।