हरियाणा में लगातार आशा वर्कर अपनी मांगों को लेकर कूच कर रही है। लेकिन, अभी तक आशा वर्करों की मांगों को पूरा नहीं गया है जिसको लेकर आज सभी आशा वर्कर अंबाला कैंट में बस स्टैंड से आईजी ऑफिस के घेराव के लिए रवाना हो गई। जैसे ही घेराव की सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस जगह-जगह तैनात हो गई और आशा वर्कर को समझने का प्रयास किया कि वह अपना ज्ञापन डीएसपी को सौंप दें लेकिन आशा वर्करों ने उनकी एक न सुनी।
बुधवार को आशा वर्करों के हंगामा के कारण कुछ आशा वर्कर को हिरासत में लिया गया था जिससे सभी आशा वर्करों में रोष देखा गया। सभी आशा वर्कर पिछले 1 महीने से भी अधिक समय से धरने पर है। लेकिन, अभी तक आशा वर्करों की मांग को स्वीकार नहीं किया गया है।
आगामी 13 सितंबर को यूनियन और सरकार के बीच एक बैठक होनी थी जिसे रद्द कर दिया गया है इसके बाद सभी आशा वर्करों में रोष देखा गया जिसको लेकर आशा वर्कर लगातार एमएलए और मंत्रियों के घरों का घेराव कर रही है। आशा वर्करों की मांग है कि उन्हें 26 हजार न्यूनतम वेतन दिया जाए और सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। आशा वर्करों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि पिछले 5 सालों से उनका वेतन नहीं बढ़ाया गया है।