हरियाणा के दो जवान आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं जिनमें से एक जवान पानीपत का और दूसरा जवान यमुनानगर से है। यह मुठभेड जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में हुई। जिसमे दोनो जवान शहीद हो गए। एक जवान का नाम मनप्रीत सिंह है। और दूसरा आशीष है। जैसे ही यह खबर शाहिद मनप्रीत के परिवार को मिली तो पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया। हालांकि, शाहिद मनप्रीत की मां को अभी इसकी सूचना नहीं दी गई है।
शहीद कर्नल मनप्रीत और शहीद मेजर आशीष के घर सेना के अधिकारी जायजा लेने पहुंचे और अंतिम संस्कार से पहले शमशान घाट का निरीक्षण किया। सेना के अधिकारियों ने परिवार के साथ बैठकर बातचीत की। हालांकि, यहां उन्होंने मेजर के पार्थिव शरीर को लाने के बारे में कोई बात नहीं की है।
करनाल मनप्रीत सिंह मूल रूप से पंजाब के मोहाली के रहने वाले है। मनप्रीत की पत्नी एक स्कूल में सरकारी टीचर है उनके दो बच्चे हैं। दोनो बच्चों में बेटा 7 साल का और ढाई साल की बेटी है। मनप्रीत 19 राष्ट्रीय राइफल में बतौर कर्नल तैनात थे। 2 साल पहले उसे सेना मेडल से नवाजा गया था। 25 साल की उम्र में मनप्रीत भारतीय सेवा में बतौर लेफ्टिनेंट भर्ती हुए जिसके बाद उसका प्रमोशन हुआ और वह मेजर बन गए।