लोकसभा में बीजेपी सांसद रमेश बिधूडी के विवादित टिप्पणी ने बवाल मचा रखा है, कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी तक सभी विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर निशाना साधा है हालांकि उनके बयान को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने आपत्ति जताई है तो वहीं कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी क्या आपने अपने सांसद रमेश बिधूडी का यह बयान सुना है।
खबरें है कि रमेश बिधूडी के बयान से बीजेपी आलाकमान भी नाराज है और उन्हें इस पर फटकार भी लगी है। गौरतलब है कि बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी संसद के विशेष सत्र के चौथे दिन लोकसभा में बोल रहे थे इस दौरान उन्होंने बीएसपी सांसद दानिश अली को लेकर टिप्पणी की, दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया।
लोकसभा के रिकॉर्ड से इस विवादित बयान को हटा दिया गया है तो वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी रमेश बिधूडी के आपत्तिजनक शब्दों से नाराज है,उनके बयान को गंभीरता से लेते हुए उन्हें चेतावनी दी गई है कि भविष्य में ऐसा होता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रमेश बिधूड़ी के बयान को लेकर कांग्रेस ने कहा है कि यह निंदनीय है,उन्होंने दानिश का ही नहीं पूरी संसद का अपमान किया है, नई संसद की शुरुआत ऐसी भाषा से हुई है। बिधूड़ी की भाषा बीजेपी की भाषा है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए।
तो वहीं एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है,उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट में लिखा है कि इस वीडियो में चौंकाने वाला कुछ नहीं है, बीजेपी एक अथाह खाई है, इसलिए हर दिन एक नया निचला स्तर मिल जाता है, मुझे भरोसा है कि इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। संभावना है कि आगे इस बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा।
तो वहीं बीएसपी सांसद दानिश अली ने अपने खिलाफ रमेश बिधूडी की संसद की गई अमर्यादित टिप्पणी को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को खत लिखा है, जिसमें नियम 227 के तहत मामले को विशेष अधिकार समिति को भेजा जाए लिखा गया है।
दानिश अली ने कहा कि मैं आपको यह सब गहरी पीड़ा के साथ लिख रहा हूं, मेरे खिलाफ चंद्रयान 3 की सफलता पर चर्चा के दौरान टिप्पणी की गई, नई संसद में हुई यह घटना दिल तोड़ने वाली है, मैं अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाला एक चुना हुआ प्रतिनिधि हूं।
तो वहीं उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या आरएसएस की शाखाओं और नरेंद्र मोदी जी की प्रयोगशाला में यही सिखाया जाता है, आपका कैडर जब एक चुने हुए सांसद को भरी संसद में… जैसे शब्दों से अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ता तो वह आम मुसलमान के साथ क्या करता होगा यह सोचकर भी रूह कांप जाती है।