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बढ़ती संक्रामक बीमारियां अस्पातलों पर बढ़ता बोझ

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किसी भी प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था उस प्रदेश की सरकार का रिपोर्ट कार्ड होती है। यदि किसी प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था चकाचक है, इसका मतलब है कि प्रदेश सरकार लोगों की सुख-सुविधाओं का बेहतरी से ख्याल रख रही है। हरियाणा की मनोहर लाल सरकार भी इस मामले में किसी से पीछे नहीं है। इसके बावजूद यह नहीं कहा जा सकता है कि स्वास्थ्य सुविधाएं मुकम्मल हो गई हैं। अभी प्रदेश सरकार को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में बहुत कुछ करना बाकी है। प्रदेश में इस साल आई बाढ़ के चलते मच्छरों से होने वाले रोगों की संख्या काफी बढ़ गई है। घरों, खेतों और नाले-नालियों में पानी भरा होने के चलते मच्छरों के लार्वा पनप रहे हैं।

इन मच्छरों के चलते चिकनगुनिया, वायरल फीवर, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां फैल रही हैं। प्रदेश का शायद ही कोई जिला हो जहां चिकनगुनिया, डेंगू और मलेरिया के मरीज बढ़ न रहे हों। निजी और सरकारी अस्पताल ऐसे मरीजों से भरते जा रहे हैं। जिन मरीजों का प्लेटलेट्स घट रहा है, उन्हें प्लेटलेट्स मिलने में काफी परेशानी हो रही है। निजी अस्पताल भी मौके का फायदा उठा रहे हैं। विभिन्न तरह की जांचों की मनमाना कीमत वसूली जा रही है। प्लेटलेट्स भी बहुत ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। बीमारी से परेशान मरीजों की देखभाल करने वाले मजबूरी में लुट रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में भी सुविधा न होने की बात कहकर बाहर से जांच कराई जा रही है। बाहर से होने वाली जांच का कमीशन बड़ी ईमानदारी से उनको हासिल हो रहा है।

फिलहाल अभी प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में स्पेशल वार्ड का इंतजाम किया है। इन स्पेशल वार्डों में आठ सौ बेड का इंतजाम किया गया है ताकि चिकनगुनिया, डेंगू, वायरल फीवर और जापानी बुखार के मरीजों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। अस्पतालों में सभी तरह की जांच की भी व्यवस्था की जा रहा है। प्रदेश के नागरिक अस्पतालों में सभी तरह की चिकित्सा सुविधा होने के भले ही सरकारी दावे किए जा रहे हों, लेकिन सच यह नहीं है। छोटे-छोटे शहरों और ब्लाकों में चिकित्सा सुविधाएं बेहाल हैं। कहीं डाक्टर नहीं है, तो कहीं दवाएं नहीं है।

कही डॉक्टर और दवाएं हैं, तो जांच की सभी सुविधाएं नहीं है। कहीं कहीं पर सरकार से मुफ्त मिलने वाली दवाओं और सुविधाओं के पैसे भी मरीजों से वसूले जाते हैं। ऐसे हालात बदलने चाहिए। लोगों को सस्ती स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना सरकार का काम है। हालांकि प्रदेश और केंद्र सरकार ने लोगों के लिए कई तरह की योजनाएं चला रखी हैं। भारत आयुष्मान योजना के माध्यम से गरीबों को भी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश में अभी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं से वंचित हैं।

संजय मग्गू

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