देश रोज़ाना: हरियाणा एंटरप्राइज प्रमोशन बोर्ड (एचईपीबी) ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के गतिशील नेतृत्व में औद्योगिक विकास और नवाचार का केंद्र बिंदु बनाने की दिशा में एक और उंची छलांग लगाते हुए प्रदेश के विभिन्न जिलों में पांच मेगा परियोजनाओं के लिए कुल 1041 करोड़ रुपये से अधिक के महत्वाकांक्षी प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की है। प्रदेश सरकार द्वारा 300 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन के वादे के साथ, ये परियोजनाएं आर्थिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री ने इन मेगा परियोजनाओं के दोहरे लाभों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ये प्रोजेक्टस न केवल राज्य में महत्वपूर्ण निवेश आकर्षित करेंगे, बल्कि 7100 से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेंगे, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा मिलेगा। ये परियोजनाएं विकास और निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।
छछरौली, यमुनानगर में, ऑर्गो फार्मा एंड फ्यूल्स ने थोक दवा निर्माण के लिए एक्टिव फार्मा इंग्रीडिएंट (एपीआई) उत्पादन में 107.21 करोड़ रुपये का निवेश करने की तैयारी की है। यह परियोजना न केवल खुद को एक आयात प्रतिस्थापन पहल के रूप में स्थापित करती है बल्कि दवा निर्माताओं को महत्वपूर्ण घटकों की आपूर्ति करने का भी वादा करती है। सरकार कंपनी को 18.16 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन देगी।
फरुखनगर में ऑटो कंपोनेंट विनिर्माण क्षेत्र इकाई विकसित करेगी 350 करोड की परियोजना
मिंडारिका प्राइवेट लिमिटेड जोकि ऑटो कंपोनेंट विनिर्माण क्षेत्र में एक प्रमुख इकाई है, फरुखनगर, गुरुग्राम में 351 करोड़ रुपये के निवेश करेगी। पूंजी निवेश से परे, यह परियोजना लगभग 2900 युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाएगी।
यूनोमिंडा ईवी सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, फरुखनगर, गुरुग्राम में 203 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस परियोजना न केवल राज्य में पूंजी निवेश को बढावा मिलेगा बल्कि 3643 युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होगे। सरकार टिकाऊ, नवीन परिवहन समाधानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कंपनी को 126.45 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन देगी। मारुति सुजुकी आईएमटी रोहतक में 100 एकड़ भूमि में आर एंड डी सुविधाओं का करेगी विस्तार
ऑटोमोटिव क्षेत्र में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड को आईएमटी रोहतक में 100 एकड़ भूमि में अपनी अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) सुविधाओं का विस्तार करने की अनुमति दी गई है। यह विस्तार ऑटोमोटिव अनुसंधान और नवाचार को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे ऑटोमोटिव उद्योग में हरियाणा की स्थिति और मजबूत होगी।