मध्य प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं उससे पहले वहां की राजनीति गरमाई हुई है। कांग्रेस नेता कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी के ही वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह में जुबानी जंग छिड़ी हुई है।
एक वीडियो सामने आया है,जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ने की बात कही है तो वहीं दिग्विजय सिंह ने भी कमलनाथ के इस बयान पर पलटवार किया है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को चुनाव होना है। तीन दिसंबर को नतीजे आएंगे,इससे पहले कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जुबानी जंग ने मध्य प्रदेश की सियासत को गर्मा दिया है और इस पूरे मामले में बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। बीजेपी की तरफ से कांग्रेस को गुट और गिरोह में बंटी हुई पार्टी बताया गया है।
दरअसल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश के अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने एक भाषण के दौरान मंच से कहा कि अगर दिग्विजय सिंह आपकी बात भी ना सुने तो उनके कपड़े फाड़ दीजिए इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कहा कि साइन तो पीसीसी चीफ के होते हैं तो कपड़े किसके फटने चाहिए,दोनों ने एक दूसरे पर हंसी मजाक के अंदाज में यह बातें कहीं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि शंकर का काम है विष पीना तो पियेंगे।
तो वहीं प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की तरफ से कहा गया कि दिग्विजय सिंह ने खुद कहा कि वह तो पहले से ही विष पीते आए हैं आगे भी पीना पड़ेगा।
इस मामले में विवाद बढ़ता देख दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब परिवार बड़ा होता है तो सामूहिक सुख और सामूहिक द्वंद दोनों ही होते हैं, समझदारी तो यही कहती है कि बड़े लोगों को धैर्य पूर्वक समाधान निकालना चाहिए। भगवान भी उन्हीं का साथ देते हैं जो मन और मेहनत का मेल रखते हैं। अब इस पूरे मामले में लगातार कांग्रेस पर बीजेपी हमलावर है।
दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के विवाद पर शिवराज सरकार के मंत्री विश्वास सारंग की तरफ से कहा गया कि कांग्रेस तो गुट और ग्रहण में बंटी हुई पार्टी है यह पूरी लड़ाई कमलनाथ के बेटे और दिग्विजय सिंह के बेटे को लेकर है। कमलनाथ जी को समझना चाहिए दिग्विजय सिंह तो उनके दोस्त हैं,उनके कपड़े फड़वाने की बात कर रहे हैं लेकिन जयवर्धन सिंह तो उनके भतीजे हैं उनके कपड़े क्यों फड़वा रहे हैं।
तो आपको बता दे की छिंदवाड़ा जिले की टिकटों का ऐलान नकुल नाथ द्वारा किए जाने पर बीजेपी मंत्री विश्वास सारंग की तरफ से कहा गया कि यह सब बताता है कि कांग्रेस कोई लोकतांत्रिक पार्टी नहीं है,एक है सोनिया गांधी के बेटे राहुल भैया,एक है कमलनाथ के बेटे नकुल भैया और बीच में फंस गए हैं दिग्विजय सिंह के बेटे जय वर्धन भइया बेचारा कांग्रेस का कार्यकर्ता तो सिर्फ दरी ही बिछाएगा।