आज सुबह जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में रिक्टर स्केल पर 3.9 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र डोडा से 15 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में 10 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप के कारण किसी के हताहत होने या किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचने की कोई सूचना नहीं है।
भूकंप के झटके जम्मू, कठुआ, उधमपुर और रियासी जिलों में भी महसूस किए गए। भूकंप के बाद लोगों में दहशत फैल गई और कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
राहत और बचाव कर्मियों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
भूकंप से सावधानी बरतने के उपाय
- भूकंप के दौरान शांत रहें और घबराएं नहीं।
- अगर आप घर के अंदर हैं, तो मजबूत फर्नीचर के नीचे या कोने में छिप जाएं।
- अगर आप बाहर हैं, तो खुले मैदान में चले जाएं और पेड़ों, बिजली के खंभों या इमारतों से दूर रहें।
- भूकंप के बाद गैस और बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल न करें और आग न जलाएं।
- अगर आप भूकंप से प्रभावित क्षेत्र में हैं, तो राहत और बचाव कर्मियों के निर्देशों का पालन करें।
भूकंप के बाद क्या करें
- अपने आस-पास के लोगों की जांच करें और अगर किसी को चोट लगी है तो प्राथमिक उपचार दें।
- गैस और बिजली की आपूर्ति बंद कर दें और पानी के पाइपों में लीक की जांच करें।
- अगर आपका घर क्षतिग्रस्त हो गया है और सुरक्षित नहीं है, तो उसे खाली कर दें और बाहर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
- भूकंप के बाद अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूत्रों से जानकारी लें।
भूकंप के लिए तैयार रहें
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जिससे पूरी तरह से बचा नहीं जा सकता है, लेकिन कुछ सावधानी बरतकर इनके प्रभाव को कम किया जा सकता है।
- अपने घर में भूकंप के लिए सुरक्षित स्थानों की पहचान करें, जैसे कि मजबूत फर्नीचर के नीचे या कोने में।
- भूकंप से जुड़ी आपातकालीन योजना बनाएं और अपने परिवार के सभी सदस्यों को इस बारे में अवगत कराएं।
- भूकंप के लिए एक आपातकालीन किट तैयार करें, जिसमें भोजन, पानी, प्राथमिक चिकित्सा का सामान और महत्वपूर्ण दस्तावेज शामिल हों।
- भूकंप से जुड़ी चेतावनियों और सूचनाओं को नियमित रूप से सुनें और देखें।
भूकंप के लिए तैयार होना और कुछ सावधानी बरतना इस प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है।