उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि छठ महापर्व को स्वच्छता और सुरक्षा का मानक बनना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आगामी छठ महापर्व के दौरान स्वच्छता और सुरक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा, “छठ महापर्व एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा घाटों पर पहुंचते हैं।
ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि घाटों की स्वच्छता और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए।”
उन्होंने कहा, “मैं सभी अधिकारियों को निर्देश देता हूं कि वे छठ महापर्व के दौरान स्वच्छता और सुरक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करें। घाटों पर पर्याप्त मात्रा में साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए। साथ ही, सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जाएं।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस बार छठ महापर्व के दौरान सभी घाटों पर सार्वजनिक शौचालयों की भी व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, गंगा नदी में जलकुंभी की सफाई का भी काम तेजी से किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “छठ महापर्व को स्वच्छता और सुरक्षा का मानक बनाना चाहिए। यह हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि छठ महापर्व के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो।”
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सभी जिलाधिकारियों ने छठ महापर्व की तैयारियों को तेज कर दिया है। घाटों की साफ-सफाई का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। साथ ही, सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।
छठ महापर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस साल छठ महापर्व 19 नवंबर को मनाया जाएगा। छठ महापर्व के दौरान श्रद्धालु सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करते हैं। श्रद्धालु 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हैं और सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं।