Sukhdev Singh Murder: राजस्थान में नई सरकार बनने की कवायद चल रही है। मुख्यमंत्री के नाम पर अटकलों का दौर जारी है। इस बीच राजधानी जयपुर में बदमाशों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया है। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में घुसकर हत्या कर दी गई है। हत्या का आरोप लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर लगा है।
Sukhdev Singh Murder: लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम आया
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा कपूरीसर और गोल्डी बरार ने इस हत्या (Sukhdev Singh Murder) की जिम्मेदारी भी ले ही है। राजनीतिक हस्तियों ने गोगामेड़ी की मौत पर दुख प्रकट किया है। हमले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें गोगामेड़ी से बातचीत करने पहुंचे बदमाशों ने अचानक ही उन पर फायरिंग कर दी।
घटनास्थल पर पहुंचे जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसफ ने कहा कि तीन लोग बाहर से सुखदेव जी (Sukhdev Singh Murder) से मिलने आए थे। सिक्योरिटी से अनुमति मिलने के बाद तीनों अंदर गए। दस मिनट उनमें बातचीत हुई। इसके बाद सुखदेव जी पर फायरिंग हुई। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है।
हमले के समय उनके पास सिक्योरिटी गार्ड खड़ा था। उसे भी गोली लगी है। वह आईसीयू में है। क्रॉस फायर में एक हमलावर की भी मौत हो गई है। उसका नाम नवीन सिंह शेखावत है। मूल रूप से शाहपुरा के पास का रहने वाला है। अभी जयपुर में रह रहा था। दोनों हमलावरों की तलाश में पुलिस ने नाकाबंदी कर दी है। जगह-जगह बैरिकेटिंग कर हमलावरों को तलाशा जा रहा है।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
सुखदेव सिंह के कमरे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। हमलावरों ने बैठकर सुखदेव सिंह से बातचीत की। उस समय वहां चार लोग और मौजूद थे। दो हमलावरों ने बंदूकें निकाली और फायरिंग शुरू कर दी। सुखदेव सिंह के साथ बैठे एक शख्स को भी गोली लगी है। हमले के बाद दो बदमाश बाइक से भागे और दो बदमाशों ने वहां एक स्कूटी सवार को गोली मारी और उससे स्कूटी छीनी।
रोहित गोदारा कपूरीसर, गोल्डी बरार ने ली जिम्मेदारी
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा कपूरीसर और गोल्डी बरार ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हत्या के कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर एक फेसबुक पोस्ट वायरल हो गई। इसमें रोहित गोदारा कपूरीसर के अकाउंट से दावा किया गया है कि सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी हम लेते हैं। यह हत्या हमने करवाई है। यह हमारे दुश्मनों से मिलकर उनका सहयोग करता था। उन्हें मजबूत करता था। साथ ही पोस्ट में दुश्मनों को धमकी भी दी गई है कि वह भी अपनी अर्थी को तैयार रखें।
आनंद पाल एनकाउंटर केस से चर्चा में आए थे गोगामेड़ी
गोगामेड़ी सबसे पहले आनंद पाल एनकाउंटर केस के बाद चर्चा में आए थे। उस समय आनंद पाल के शव को लेकर काफी दिन तक प्रदर्शन हुआ था। गोगामेड़ी इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे।