देश रोज़ाना: भारतीय कुश्ती संघ के नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह को निलंबित कर दिया गया है। जी, यह खबर सुनकर आप जरूर चौंक जायंगे लेकिन यह सत्य है। अब आपके मन में भी यही प्रश्न आ रहा होगा कि आखिर क्यों नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह को निलंबित किया गया है। जैसे ही संजय सिंह के अध्यक्ष बनने की खबरें सामने आयी तो पहलवानों ने कड़ा कदम उठाया और खेल जगत से सन्यास ही ले लिया था।
संजय सिंह के निलंबित करने के पीछे का कारण नियमों का सही से पालन नहीं करना है। सरकार का कहना है कि ये चुनाव नियमों के खिलाफ हैं और पुरानी बॉडी के प्रभाव में दिखाई पड़ते हैं। नई बॉडी ने जिन प्रतियोगिताओं का ऐलान किया है, वो पूरी तरह से नियमों के विरुद्ध हुआ है।
इस फैसले पर बजरंग ने कहा, ”यह सही निर्णय लिया गया है। जो हमारी बहन-बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा है उसके खिलाफ संबंधित लोगों को पूरी तरह से हटाया जाना चाहिए। हमारे ऊपर कई इल्जाम लगाए गए। राजनीति की गई। जब हम पदक जीतते हैं तो देश के होते हैं। हम खिलाड़ी कभी भी जात-पात नहीं देखते। एक साथ एक थाली में खाते हैं।”
बजरंग ने कहा, “जो संघ बनाई जाती है वह खिलाड़ियों की मदद के लिए बनाई जाती है, उन्हें परेशान करने के लिए नहीं। हम निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं। बृजभूषण शरण सिंह ने हर राज्य में अपने लोग रखे हैं। हमारी सच्चाई नहीं दिखाई गई। हम किसी तरह राजनीति से नहीं जुड़े थे। विपक्ष ने हमारा साथ दिया। हमने सरकार के लोगों को भी कहा था साथ देने के लिए। किसी ने तब साथ नहीं दिया। महिला सांसदों को खत भी लिखा था, लेकिन किसी ने साथ नहीं दिया।”
बजरंग ने कहा, ”हम अपने तिरंगे के लिए खून-पसीना बहाते हैं। सैनिकों और खिलाड़ियों से ज्यादा मेहनत कोई नहीं करता। हमें देशद्रोही कहा गया। हम ऐसे नहीं हैं। हमें पुरस्कार जीतने पर मिला। हम उसे वापस ले सकते हैं। हम सम्मान वापस ग्रहण करेंगे। साक्षी के संन्यास से लौटने पर अभी कुछ नहीं कह सकता।”