पूरे देश में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उत्साह का माहौल बना हुआ है। 22 जनवरी को पीएम मोदी राम मंदिर का उद्घाटन करने वाले हैं। BJP और RSS समेत कई सामाजिक संगठन देश में तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। इसी कड़ी में मुसलमानों को भी जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। दरअसल, BJP के अल्पसंख्यक मोर्चा के दरगाहों में दिवाली कार्यक्रम और RSS मुस्लिम मंच के सदस्यों का अयोध्या तक मार्च कार्यक्रम के तहत एकता का संदेश देने के ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
दरगाहों और मस्जिदों का चयन
BJP की अल्पसंख्यक मोर्चा एक अभियान चलाएगी, जिसमें दिल्ली की सभी दरगाहों और मस्जिदों में दीपक जलाए जाएंगे। अल्पसंख्यक मोर्चा मोर्चा प्रमुख जमाल सिद्दीकी ने बताया कि विंग ने 36 ऐसे पवित्र जगहों का चयन किया है।
जमाल सिद्दीकी ने कहा, “देश की समन्वित प्रकृति का जश्न मनाने के लिए, दिल्ली भर में 36 दरगाहों और प्रसिद्ध मस्जिदों में दिवाली समारोह को आयोजित करने की योजना बनाई गई है। यह अभियान 12 से 22 जनवरी तक चलेगा और जब मैं NCR की प्रसिद्ध मस्जिदों में जाऊंगा तब पूरे देश में दीपक जलाने का कार्यक्रम होगा।”
RSS ने भी की तैयारियां
दूसरी ओर, RSS भी मंदिर की प्रतिष्ठा के बाद यात्रा के लिए अपने मुस्लिम मंच के कार्यकर्ताओं को जुटा रहा है। जिसपर एक पदाधिकारी ने कहा कि मंदिर जाने वाले ज्यादातर लोग इस मौके पर पैदल यात्रा करेंगे। वहीं कुछ लोग साइकिल और बाइक से भी यात्रा करेंगे। पदाधिकारी ने कहा कि उद्घाटन के बाद पहुंचने का उनका टारगेट होगा।
पदाधिकारी ने कहा, “मुस्लिम मंच के सदस्य 50 से अधिक राज्यों से राम मंदिर देखने आ रहे हैं। जिनमें से ज्यादातर लोग मध्य प्रदेश से होंगे, जम्मू-कश्मीर से भी लोग इसमें शामिल हो रहे हैं।” मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के अलावा भी कई राज्यों से सदस्य इस पदयात्रा में शामिल होंगे।