मनोहर सरकार ने प्रदेश के बेरोजगारों को राहत प्रदान करने के लिए कुछ ही दिनों में 1.80 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवार के युवाओं को नौकरी के अवसर उपलब्ध कराने का वायदा किया है। मनोहर सरकार ने कुरुक्षेत्र में शुक्रवार को युवा दिवस के अवसर पर 60 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने की घोषणा की है। इतना ही नहीं, एक पखवाड़े के अंदर 13 हजार युवाओं को बिना किसी इंटरव्यू यानी साक्षात्कार के नौकरियां प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा ग्रुप सी और डी पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया कुछ ही दिनों में शुरू होे जाएगी।
इन घोषणाओं को देखकर ऐसा लग रहा है कि प्रदेश सरकार ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारियां अभी से करनी शुरू कर दी है। जिन-जिन परिवार के युवाओं को प्रदेश सरकार के सहयोग से नौकरियां मिलेंगी, उन परिवारों का स्वाभाविक है कि झुकाव भाजपा यानी मनोहर सरकार की ओर होगे। वैसे यह भी सही है कि प्रदेश में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है। हरियाणा के ज्यादातर युवक बेरोजगार हैं।
सीएमआईई की रिपोर्ट में प्रदेश में बेरोजगारी दर 26.8 फीसदी दर्ज की गई थी। इसके बाद बेरोजगारी दर में दूसरे पायदान पर राजस्थान था। मार्च 2023 में राजस्थान में बेरोजगारी दर 26.4 फीसदी दर्ज की गई। देश में सबसे कम बेरोजगारी दर उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में 0.8-0.8 फीसदी दर्ज की गई है। सीएमआईई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बेरोजगारी दर मार्च 2023 में तीन महीने के उच्चतम स्तर 7.8 फीसदी पर पहुंच गई थी। हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दावा है कि प्रदेश में बेरोजगारी लगातार कम हो रही है।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे (पीएलएफएस) के मुताबिक हरियाणा में 2020-21 में बेरोजगारी दर 6.3 फीसदी थी। सरकार दावा कर रही है कि उसने हरियाणा के युवाओं के लिए विदेश में नौकरी के द्वार खोले हैं। सीएम ने कहा है कि हमारी 60 प्रतिशत युवा आबादी को ओवरसीज सेल बनाकर नौकरियां दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक ट्रेनिंग भी दिलवाई जाएगी।
इस्राइल में ही दस हजार युवाओं को नौकरियां दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले में लगभग आधे लोगों का तो चयन भी कर लिया गया है। इस्राइल जाने वाले युवाओं को एक लाख रुपये से ज्यादा की सैलरी और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार पर है। प्रदेश का युवा अपनी मेहनत और प्रतिभा की बदौलत न केवल देश में बल्कि विदेश में भी अपनी छाप छोड़ता जा रहा है। मनोहर सरकार का यह प्रयास वाकई प्रशंसनीय है। यदि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया हो जाते हैं, तो नशाखोरी के साथ-साथ अपराध भी घटेंगे।
-संजय मग्गू