गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि स्वच्छताकर्मियों को न्यूनतम मानदेय की गारंटी हरहाल में मिलनी चाहिए। सरकार जल्द ही इसे पूरे प्रदेश में सुनिश्चित कराएगी। स्वच्छताकर्मियों के गारंटीड मानदेय के लिए पहले ही एक कमेटी गठित कर रखी गई है और शीघ्र ही इस पर ठोस कदम उठाए जाएंगे। मानदेय के साथ स्वच्छताकर्मियों के लिए आवास और जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी। सीएम योगी रविवार पूर्वाह्न नगर निगम की तरफ से आयोजित सफाई मित्र सुरक्षा और सम्मान सम्मलेन एवं विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास-लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। अभयनंदन इंटर कॉलेज के मैदान पर हुए इस कार्यक्रम के मंच से मुख्यमंत्री ने सफाई मित्रों हेतु ई-सेवा पोर्टल, दस लाख रुपये तक की दुर्घटना बीमा सुविधा एवं कल्याण कोष का शुभारंभ किया।
कल्याण कोष से चार सफाई मित्रों के आश्रितों को सहायता राशि का चेक प्रदान किए। सफाई मित्रों एवं वाहन चालकों को यूनिफॉर्म, लंच बॉक्स वितरित किए और डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने नगर निगम की 116 करोड़ रुपये की लागत वाली 176 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि सुंदरता की आत्मा स्वच्छता में ही निहित होती है। प्रायः देखा जाता है कि जिस पर सबसे अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए, वह किन्हीं कारणों से उपेक्षित हो जाता था। हम शहर को कितना भी सुंदर क्यों न बना लें, चौड़ी सड़कें बना लें लेकिन यदि स्वच्छता नहीं होगी तो सारे मेहनत पर पानी फिर जाएगा।
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ऐसे में स्वच्छता के लिए समर्पित भाव से कार्य करने वाले कर्मियों का सम्मान सबको करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में पांच सौ वर्षों के इंतजार के बाद रामलला का मंदिर बना है, उनकी प्राण प्रतिष्ठा हुई है तो वहीं गोरखपुर की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार हुआ है। इन दोनों उपलब्धियों के लिए सबको बधाई। सीएम योगी ने कहा कि स्वच्छता कर्मियों को न्यूनतम मानदेय के साथ आवासीय सुविधा भी मिलनी चाहिए। उन्हें राशन कार्ड, स्वास्थ्य बीमा कवर, उज्ज्वला जैसी योजनाओं का लाभ भी मिलना चाहिए। नगर निगम गोरखपुर ने इस दिशा में सराहनीय पहल की है।
स्वच्छ सर्वेक्षण में टॉप टेन में लाएं गोरखपुर को
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सफाईकर्मी शहर की शक्ल सूरत बदलने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करते हैं और इसी का परिणाम है कि स्वच्छ सर्वेक्षण में गोरखपुर की रैंकिंग 74 से 22 पर आ गई है। गोरखपुर को गार्बेज फ्री सिटी में थ्री स्टार रैंकिंग मिल गई है। गोरखपुर अब अच्छा और सुंदर शहर माना जाता है। परिवर्तन का परिणाम है कि यह देश के अच्छे शहरों में गिना जाता है। इसका सर्वाधिक श्रेय सफाईकर्मियों को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि अगली स्वच्छता रैंकिंग में गोरखपुर टॉप टेन और फिर टॉप थ्री में शामिल हो। इसके लिए जनता को और जागरूक करना होगा। पार्षदों को इस दिशा में जिम्मेदारी देते हुए सीएम ने कहा कि पार्षदगण मोहल्ला स्वच्छता समिति का गठन कर लोगों को सड़क, नाली में कूड़ा न डालने, सफाईकर्मियों से दुर्व्यवहार न करने के प्रति जागरूक करें।
सीएम योगी के विजन से ब्रांड बन गया है गोरखपुर: रविकिशन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि सीएम योगी के विजन से गोरखपुर एक ब्रांड बन गया है। रामगढ़ताल और उसके आसपास का क्षेत्र फॉरेन कंट्री सा लगता है। विकास के साथ सफाई के मामले में भी गोरखपुर नजीर पेश कर रहा है। उन्होंने सफाई मित्रों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कहा कि पीएम मोदी भी सफाईकर्मियों के चरणों का वंदन करते हैं। स्वागत संबोधन में महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने नगर निगम की उपलब्धियों और परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आभार ज्ञापन विधायक विपिन सिंह ने किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, पूर्व महापौर अंजू चौधरी, डॉ. सत्या पांडेय, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
सीएम ने स्टालों का किया अवलोकन, मासूमों का कराया अन्नप्राशन
कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ने नगर निगम, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन आदि के स्टालों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने मासूम बच्चों का अन्नप्राशन कराया और गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की। मासूमों को सीएम योगी काफी देर तक गोद में लेकर दुलारते रहे और उन्हें उपहार में खिलौने दिए।
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