देश में साइबर ठगी के मामले पिछले कुछ सालों से लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस मामले में दिल्ली, हरियाणा और तेलंगाना सबसे ऊपर हैं यानी इन तीन राज्यों में सबसे ज्यादा साइबर ठगी की घटनाएं प्रकाश में आई हैं। पिछले साल यानी 2023 में विभिन्न राज्यों में कुल 7489 करोड़ रुपये की साइबर ठगी की गई। वैसे तो पुलिस थानों में दर्ज किए गए मामलों के आधार पर बात करें, तो उत्तर प्रदेश अव्वल ठहरता है, लेकिन जनसंख्या के अनुपात के हिसाब से देखा जाए, तो दिल्ली और उसके बाद हरियाणा ही ठहरता है। हरियाणा की दस लाख आबादी के अनुपात में पिछले साल 303 मामले दर्ज किए गए। पिछले साल मई महीने में नूंह में सौ करोड़ से ज्यादा की साइबर ठगी का खुलासा हुआ था।
इन साइबर ठगों ने फर्जी सिम और आधार कार्ड के सहारे दिल्ली, उत्तर प्रदेश से लेकर गोवा आदि शहरों में लोगों को ठगा था। इन साइबर ठगों को पकड़ने के लिए पांच हजार पुलिस कर्मियों की 102 टीम ने नूंह जिले के 14 गांवों में आधी रात को छापा मारा था। काफी मशक्कत के बाद सौ से अधिक साइबर ठग पकड़े गए। ये ठग फर्जी सिम और आधार कार्ड के आधार पर अपने शिकार को पहले विश्वास में लेते थे और उसको कई तरह से लुभावने सपने दिखाकर फर्जी बैंक खातों और यूपीआई के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करवाते थे या खुद ही ओटीपी हासिल करके खातों से पैसे उड़ा देते थे। पिछले साल दिसंबर में जो आंकड़ा जारी किया गया था, उसके मुताबिक नवंबर 2023 तक हरियाणा में साइबर धोखाधड़ी से जुड़े 55 हजार से अधिक मोबाइल नंबरों को ब्लॉक किया गया था।
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हरियाणा पुलिस ने पिछले साल 30 नवंबर तक प्रदेश की जनता के 66 करोड़ रुपये की ठगी होने से बचाया है। दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम में ही पुलिस ने 6 फरवरी को 14 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन साइबर ठगों ने 12116 मामलों में अपना हाथ होने की बात स्वीकार की है। पकड़े जने से पहले ये साइबर ठग 46 करोड़ 55 लाख रुपये ठगने की बात भी स्वीकार की है। ये साइबर ठग अपने शिकार उन्हीं लोगों को बनाते हैं जिनको नौकरियों, लाइफ पार्टनर, बिजनेस के लिए लोन लेने की जरूरत होती है।
अपना शिकार फिक्स करने से पहले साइबर ठग अपने टॉरगेट के बारे में पूरी जानकारी हासिल करते हैं। उसके अनुसार ही अपनी योजना बनाते हैं। कई बार तो ये साइबर ठग अपने शिकार का अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल तक करते हैं। ऐसे मामले में इनके चंगुल में फंसा व्यक्ति सामाजिक प्रतिष्ठा और बदनामी होने के भय के चलते पुलिस के पास तक नहीं जा पाता है। हरियाणा में सक्रिय साइबर ठग दूरदराज के इलाकों को अपना शिकार बनाते हैं। ऐसा वे पुलिस से बचने लिए करते हैं। हालांकि यह भी सही है कि पुलिस प्रशासन लगातार ऐसे साइबर ठगों को पकड़ने की कोशिश भी कर रही है।
-संजय मग्गू
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