बेरोजगारी किसी भी परिवार और समाज के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है। किसी युवा के बेरोजगार होने का मतलब है, उस युवा की कार्य ऊर्जा का देश और समाज के हित में उपयोग न हो पाना है। युवाओं की क्षमता का उपयोग न होने से देश को नुकसान होता है। यह समस्या आज वैश्विक हो गई है। दुनिया का शायद ही कोई देश ऐसा हो जिसमें सभी नागरिकों को शत-प्रतिशत रोजगार हासिल हो। कमोबेस यह समस्या सभी जगह मौजूद है। हरियाणा भी काफी लंबे समय से इस समस्या से जूझता रहा है। अब भी बेरोजगारी से पूरी तरह उबर नहीं पाया है। इसके बावजूद संतोष की बात यह है कि मनोहर सरकार पिछले नौ साल से बेरोजगारी दूर करने का भरसक प्रयास कर रही है। हालांकि मनोहर सरकार का दावा है कि उनकी सरकार में होने वाली भर्तियां बिना पर्ची और बिना खर्ची के हो रही है। इससे पहले की सरकारों में बेरोजगार युवाओं को नेताओं, अधिकारियों और विभागों के चक्कर लगाने पड़ते थे।
मंत्री, अधिकारी बिना पैसा लिए भर्ती तक नहीं करते थे। ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार का बोलबाला था। हो सकता है कि वर्तमान सरकार के दावों में अतिश्योक्ति हो, लेकिन यह बात भी सही है कि मनोहर सरकार ने भारी संख्या में भर्तियां की हैं। हाल में ही तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के 10 हजार पदों पर भर्ती की है। इन पदों पर हुई भर्ती के परिणाम बहुत दिनों से रुकी हुई थी, लेकिन जैसे ही पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने भर्ती पर से रोक हटाई, उसी शाम प्रदेश सरकार ने दस हजार पदों के रिजल्ट जारी कर दिए। अब मनोहर सरकार अगले कुछ ही महीनों में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के 41 हजार पदों पर भर्ती करने वाली है। इसकी प्रक्रिया भी बस शुरू होने वाली है।
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लोकसभा चुनाव से पहले यदि यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है, तो यकीनन इसका फायदा भाजपा को चुनाव में मिलेगा। प्रदेश सरकार का दावा है कि पिछले कुछ वर्षों में बिना पर्ची और बिना खर्ची के योग्यता और मेरिट के आधार एक लाख बीस हजार से ज्यादा युवाओं को नौकरी दी गई है। युवाओं की समस्याओं को समझने के लिए मुख्यमंत्री उनसे संवाद भी कर रहे हैं।
संवाद के जरिये वे युवाओं को यह समझाने में सफल भी हो रहे हैं कि उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रदेश सरकार बेहतर से बेहतर प्रयास कर रही है। उन्होंने संवाद के जरिये युवाओं से आह्वान किया है कि वे राष्ट्र और प्रदेश के हित में भाई-भतीजावाद, जात-पात, धर्म और संप्रदाय की भावना से ऊपर उठकर काम करें। समाज और देश में परिवर्तन लाने में युवा शक्ति ही सफल हो सकती है। यदि युवा शक्ति का सार्थक उपयोग किया जाए, तो देश और प्रदेश की दशा और दिशा बदल सकती है। युवा शक्ति का सकारात्मक उपयोग ही मनोहर सरकार की उपलब्धि है।
-संजय मग्गू
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