हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो चुका है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने बजट अभिभाषण में प्रदेश के विकास और भावी योजनाओं का जो खाका खींचा है, वह उत्साह बढ़ाने वाला है। मनोहर सरकार ने पिछले वर्षों में जिस तरह विकास की गति को तेज किया है, उसी की बानगी कल विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण में देखने को मिली है। भाजपा सरकार को जब भी मौका मिला है, वह प्रदेश के गरीबों को छत, किसानों को विभिन्न तरह की सुविधाएं दिलाने की कोशिश में पीछे नहीं रही है। प्रदेश सरकार हर हाथ को रोजगार दिलाने की प्रतिबद्धता बहुत पहले ही जारी कर चुकी है।
जब तक युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा, तब तक प्रदेश के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। खाली पड़ी सरकारी नौकरियों को भी भरने का प्रयास किया जा रहा है। निकट भविष्य में 60 हजार सरकारी पदों पर भर्तियां होने जा रही हैं। इसकी प्रक्रिया बहुत जल्दी शुरू होने वाली है। प्रदेश सरकार ने अपने कार्यों से यह साबित कर दिया है कि इन भर्तियों में पर्ची और खर्ची का बोलबाला नहीं होगा। सरकार योग्यता और मेरिट के आधार पर यह नौकरियां प्रदान करेगी।
सरकार ने बजट सत्र शुरू होने से पहले ही यह संकेत दिया था कि वह प्राइवेट सेक्टर में भी रोजगार के नए अवसर बढ़ाने का प्रयत्न करेगी। इसके लिए प्रदेश में कई बड़ी कंपनियों और संस्थाओं को पूंजी निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। कई कंपनियों और संस्थाओं ने पहले भी हरियाणा में भारी भरकम निवेश भी किया है, कुछ पाइप लाइन में हैं। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार शुरू करने के लिए बैंक भी आसानी से कम ब्याजदरों पर लोन देने को तैयार हैं।
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बैंकों से लोन लेकर युवा अपना नया व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। प्रदेश में जितने नए व्यवसाय शुरू होंगे, उतने ही ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा। वे दूसरों को भी रोजगार मुहैया करा सकेंगे। इतना ही नहीं, सस्ती दरों पर प्लाट और फ्लैट देने की योजना मनोहर सरकार ने बनाई है। इसके लिए दो लाख 90 हजार लोग अपना रजिस्ट्रेशन भी करा चुके हैं। सरकार ने गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकूला और सोनीपत में गरीब परिवारों को सस्ती दरों पर मकान देने का फैसला किया है।
प्रदेश के बाकी शहरों में सस्ती दरों पर फ्लैट देने की योजना है। राज्यपाल के अभिभाषण से तो यही आभास मिलता है कि सरकार ने बजट में फिलहाल नए टैक्स लगाने या पुराने टैक्स में बढ़ोतरी न करने का मन बना लिया है। इसका कारण यह है कि निकट भविष्य में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। इसका फायदा भी मनोहर सरकार उठाना चाहती है। यही वजह है कि बजट में गरीबों, बेरोजगार युवाओं और महिलाओं पर ज्यादा फोकस दिया जा सकता है।
-संजय मग्गू
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