हरियाणा पुलिस अब लगातार साइबर ठगों, उनकी मदद करने वाले बैंक अधिकारियों, दलालों और खातों को बेचने वालों पर शिकंजा कसती जा रही है। अब तक कई बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जो अपने बैंक में खाते खुलवाकर या तो उसमें ठगी गई रकम जमा करवाते थे या फिर फर्जी खाते खुलवाकर साइबर ठगों को बेच देते थे। पिछले दिनों कोटक महिंद्रा, यस बैंक, एचडीएफसी बैंक और इंडसइंड बैंक सहित कई अन्य बैंकों के अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कसा जा चुका है। इन लोगों की कार्यप्रणाली देखकर आश्चर्य होता है कि यह लोग किस तरह बैंक और आम जनता को किस प्रकार दोनों हाथों लूट रहे थे। फरीदाबाद में ही स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करवाने के नाम पर लोगों को ठगा गया। पिछले दिनों साइबर क्राइम थाने की टीम ने सात ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया था जो स्टाक मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर लोगों के बैंक खाते से लाखों रुपये का वारा न्यारा कर देते थे।
कुछ बैंकों में पकड़े गए अधिकारी तो अपने बैंक में फर्जी नाम और पते पर खाते खुलवाते थे और उसको साइबर ठगों को बेच देते थे। अब साइबर ठगी के मामले में नया खुलासा हुआ है कि चीन, कंबोडिया, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, हांगकांग आदि देशों में बैठे ठग इन बैंक अधिकारियों और दलालों से बैंक खाते खरीद लेते थे। इन बैंक खातों का उपयोग रकम को इधर-उधर करने में होता था। खातों को उपलब्ध कराने पर दो से तीन प्रतिशत रकम कमीशन के तौर पर वसूली जाती है। देश के बेरोजगार युवक भी ठगी के काम में लग रहे हैं। वे जरूरतमंद व्यक्ति को थोड़ी बहुत रकम देकर उनके बैंक खाते ले लेते हैं। देश और विदेश में बैठे साइबर ठगों को मुंहमांगी कीमत पर बेच देते हैं।
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फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन की एक स्टडी के अनुसार, छोटे शहरों में साइबर अपराध कुछ ज्यादा ही बढ़ रहे हैं। छोटे शहरों में लोगों को टारगेट बनाना साइबर ठगों के लिए आसान है। हरियाणा की दस लाख आबादी के अनुपात में पिछले साल 303 मामले दर्ज किए गए। मई 2023 को नूंह में सौ करोड़ से ज्यादा की साइबर ठगी का खुलासा हुआ था। गुरुग्राम में ही पुलिस ने 6 फरवरी 2023 को 14 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन साइबर ठगों ने 12116 मामलों में अपना हाथ होने की बात स्वीकार की थी। जिस तरह पुलिस लगातार साइबर ठगों और उनकी सहायता करने वाले बैंक कर्मचारियों, दलालों पर शिकंजा कसती जा रही है, उससे यह आश्वस्ति मिलती है कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन इसके साथ ही साथ लोगों को भी जागरूक हो जाना चाहिए। उन्हें किसी भी अपरिचित से बैंक खाते की जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए।
-संजय मग्गू
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