Sunday, February 23, 2025
19.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeIndiaAgniveer: CISF,BSF,CRPF में पूर्व अग्निवीरों को आरक्षण और आयु सीमा में छूट...

Agniveer: CISF,BSF,CRPF में पूर्व अग्निवीरों को आरक्षण और आयु सीमा में छूट देने की तैयारी

Google News
Google News

- Advertisement -

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), सीमा सुरक्षा बल (BSF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के प्रमुखों ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्णय के अनुरूप उनके बलों में जवानों के 10 प्रतिशत पद पूर्व अग्निवीरों (Agniveer) के लिए आरक्षित रहेंगे।

CISF महानिदेशक नीना सिंह, BSF में उनके समकक्ष नितिन अग्रवाल और CRPF महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब थलसेना, नौसेना और वायु सेना में कर्मियों की अल्पकालिक भर्ती के लिए ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ पर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है। सिंह ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्व अग्निवीरों (Agniveer) की भर्ती के संबंध में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इसके अनुरूप सीआईएसएफ भी पूर्व अग्निवीरों की भर्ती की प्रक्रिया तैयार कर रहा है।

सीआईएसएफ प्रमुख ने कहा कि भविष्य में कांस्टेबल पद पर सभी नियुक्तियों में पूर्व अग्निवीरों (Agniveer) के लिए 10 प्रतिशत नौकरियां आरक्षित रहेंगी। उन्होंने ‘डीडी न्यूज’ से कहा कि शारीरिक परीक्षा से भी उन्हें छूट दी जाएगी। इसके अलावा आयु सीमा में भी छूट दी जाएगी। पहले वर्ष में आयु में छूट पांच वर्ष की होगी और उसके बाद के वर्ष में आयु में छूट तीन वर्ष की होगी।

सिंह ने कहा कि पूर्व अग्निवीर (Agniveer) इसका लाभ उठा सकेंगे और सीआईएसएफ यह सुनिश्चित करेगा। यह सीआईएसएफ के लिए भी लाभकारी होगा क्योंकि बल को प्रशिक्षित और अनुशासित कर्मी मिलेंगे। सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत जून, 2022 में की थी। इसमें 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती करने का प्रावधान किया गया था, जिनमें से 25 प्रतिशत को 15 और वर्षों के लिए बनाए रखने का प्रावधान है।

सरकार ने बाद में ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया। कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल इस योजना को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि चार साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 75 प्रतिशत अग्निवीरों का क्या होगा, क्योंकि कुल भर्तियों में से केवल 25 प्रतिशत ही 15 साल तक बने रहेंगे।

विभिन्न केंद्रीय सरकारी एजेंसी और विभागों ने पूर्व अग्निवीरों की भर्ती की योजना की घोषणा पहले ही कर दी है। सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक अग्रवाल ने कहा, ‘‘उन्हें चार साल का अनुभव होता है। वे पूरी तरह अनुशासित और प्रशिक्षित कर्मी हैं। यह बीएसएफ के लिए बहुत अच्छी बात है क्योंकि हमें प्रशिक्षित जवान मिल रहे हैं। थोड़े समय के प्रशिक्षण के बाद उन्हें सीमा पर तैनात किया जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि पूर्व अग्निवीरों की भर्ती से सभी सुरक्षा बलों को लाभ मिलेगा।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक सिंह ने कहा कि पूर्व अग्निवीरों की भर्ती के लिए उनके बल में सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि भर्ती नियमों में अनुसार संशोधन किया गया है। पूर्व अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत का आरक्षण किया गया है। उन्हें आयु सीमा में भी छूट मिलेगी। पहले बैच को पांच साल की छूट मिलेगी जबकि उसके बाद तीन साल की छूट मिलेगी।

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

वासुदेव अरोड़ा वार्ड नम्बर 37 के मतदाताओं की एक मात्र पंसद

समस्याओं का एक ही समाधान, तीर कमान तीर कामन फरीदाबाद। नगर निगम के वार्ड नम्बर 37 के र्निदलीय उम्मीदवार वासुदेव अरोड़ा को मतदाताओं का भरपूर समर्थन मिल रहा है उनके समर्थकों के तूफान की तेज हवाओं में बाकि सभी उम्मीदवारों की हवा निकल रही है। वार्ड नम्बर 37 में मतदाताओं की एकमात्र पंसद वासुदेव अरोड़ा हैं और वार्ड की जनता जान चुकि है कि समस्याओं का एक ही समाधान तीर कमान। वासुदेव अरोड़ा ने सैक्टर 9 के डोर टू डोर अभियान में मतदाताओं को कहा कि वह अपने वार्ड की सभी समस्याओं से अच्छी तरह वाकिफ हैं और इन समस्याओं के समाधान के लिये 2 मार्च को आप मेरे चुनाव चिन्ह तीर कमान के सामने वाला बटन दबाकर मुझे नगर निगम में पार्षद के रूप में भेजें। समाजसेवी हरीश चन्द्र आज़ाद ने कहा कि वासुदेव अरोड़ा पिछले 25 वर्षों से बिना किसी पावर के अपने वार्ड की समस्याओं का समाधान करते रहते है इसलिये आज हम सभी का कर्तव्य बनता है कि वासुदेव अरोड़ा की सेवाओं को सरकारी ताकत देकर अपने वार्ड के विकास को गति प्रधान करें। सैक्टर 9 में डोर टू डोर अभियान में हर घर से लोग उनको वोट देने का वादा करके उनके साथ समर्थन में उनके हक में वोट की अपील करने उनके साथ निकलते जा रहे थे और वहाँ के लोगों का कहना है कि बाकि नेता केवल वोट के समय नजऱ आते है लेकिन वासुदेव अरोड़ा हर समय उनके सुख-दुख में साथ खड़े रहते हैं इसलिये इस बार उनके बहुत ही भारी मतों से एकतरफा जीत के साथ नगर निगम पंहुचायेंगें। वासुदेव अरोड़ा

महिला की पहचान नाम से होगी या ‘तलाकशुदा’ से?

- सोनम लववंशी समाज में भाषा केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं है। यह सोच, संस्कार और व्यवस्था का दर्पण होती है। जब भाषा में...

Recent Comments