केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद से शेयर बाजार झूम उठा है। गुरुवार को लगातार चौथे कारोबारी दिन शेयर बाजार हरे निशान पर रहा। BSE सेंसेक्स 627 अंक उछलकर पहली बार 81,000 अंक के ऊपर बंद (Sensex Closing) हुआ। निफ्टी भी 24,800 अंक के नए शिखर पर पहुंच गया।
नए रिकॉर्ड स्तर पर बाजार
आईटी, तेल एवं गैस तथा दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी रही। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 626.91 अंक यानी 0.78 प्रतिशत की तेजी के साथ नई ऊंचाई 81,343.46 अंक पर बंद (Sensex Closing) हुआ। बाजार में शुरुआत कमजोर रही और एक समय यह 80,390.37 अंक के निचले स्तर तक आ गया था। हालांकि, टीसीएस, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा जैसे आईटी शेयरों तथा सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज में लिवाली से सूचकांक दोपहर के कारोबार में नुकसान से उबर गया। एक समय यह 806 अंक यानी 0.99 प्रतिशत की बढ़त के साथ नए रिकॉर्ड स्तर 81,522.55 अंक तक चला गया था।
आईटी शेयर्स ने किया कमाल
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती नुकसान से उबरते हुए 187.85 अंक यानी 0.76 प्रतिशत चढ़कर 24,800.85 के नये शिखर पर बंद (Sensex Closing) हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 224.75 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 24,837.75 अंक तक चला गया था। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि आईटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली के साथ प्रमुख कंपनियों के शेयरों में मजबूती से दोपहर के कारोबार में बाजार में तेजी आई और यह नई ऊंचाई पर पहुंच गया। देश की प्रमुख आईटी कंपनियों के जून तिमाही में अच्छे वित्तीय प्रदर्शन और रुपये की विनिमय दर में गिरावट से क्षेत्र को लेकर निवेशक उत्साहित हैं।
भारतीय बाजार में बढ़ा FII का प्रवाह
विश्लेषकों के अनुसार, सितंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद से अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल के नरम होने से भी भारतीय बाजार में एफआईआई का प्रवाह बढ़ा है। सेंसेक्स (Sensex Closing) के शेयरों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज सबसे ज्यादा 3.33 प्रतिशत वढ़ा। इन्फोसिस का शेयर वित्तीय परिणाम आने से पहले 1.93 प्रतिशत मजबूत हुआ। बाजार बंद होने के बाद इन्फोसिस ने वित्तीय नतीजे जारी किए। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ अप्रैल-जून तिमाही में सात प्रतिशत बढ़कर 6,368 करोड़ रुपये रहा। इन्फोसिस ने चालू वित्त वर्ष के लिए वृद्धि परिदृश्य को भी बढ़ाया है।
किसे हुआ लाभ, किसे नुकसान
लाभ में रहने वाले अन्य शेयरों में बजाज फिनसर्व, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारतीय स्टेट बैंक और एचसीएल टेक्नोलॉजीज शामिल हैं। इसके उलट एशियन पेंट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, एनटीपीसी और अदाणी पोर्ट्स प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। हालांकि, मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों से जुड़े सूचकांक नुकसान में रहे।