हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पिछले कुछ दिनों से प्रदेश की जनता पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान हैं। वे लगातार कोई न कोई ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं जिससे जनता को फायदा हो रहा है। अभी दो दिन पहले ही टीचर बनने की आकांक्षा पालने वाले युवाओं के लिए एचटीईटी को जीवन भर के लिए मान्य करने की घोषणा की थी। एक बार एचटीईटी पास करने वाले युवा जीवन में कभी भी अध्यापक बन सकते हैं। इससे भी एक दिन पहले हुई कैबिनेट की बैठक में मंत्रिमंडल ने अग्निवीरों को दस प्रतिशत आरक्षण देने की उनकी घोषणा पर मोहर लगा दी थी। किसानों के लिए तो उन्होंने बहुत क्रांतिकारी घोषणा की थी। उन्होंने प्रदेश के किसानों की सभी 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदने की घोषणा की थी। इसके अलावा कुछ और घोषणाएं भी की थीं जिससे किसानों को लाभ होना है।
कल जींद में उन्होंने महिलाओं के लिए लगता है कि जैसे राहत का पिटारा ही खोल दिया। अब 1.8 लाख से कम वार्षिक आय वाले परिवारों को पांच सौ रुपये में सिलेंडर गैस देने की घोषणा की है। इस मामले में इस कैटेगरी में आने वाले परिवारों को सिलेंडर गैस खरीदते समय पैसे तो पूरे देने होंगे, लेकिन पांच सौ रुपये छोड़कर बाकी रकम उनके खातों में सरकार द्वारा जमा की जाएगी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इससे 46 लाख परिवारों को राहत मिलेगी। सीएम नायब सैनी ने तो स्कूल जाने वाली किशोरियों को छह महीने तक फोर्टिफाइड दूध देने की भी घोषणा की है ताकि प्रदेश की 2.65 लाख किशोरियों को कुपोषण से बचाया जा सके। सीएम सैनी ने दो लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य घोषित किया है।
इन सब घोषणाओं के पीछे विपक्षी दल आने वाले दो महीने के भीतर होने वाले चुनाव को मान रहे हैं। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का दावा है कि यह सब घोषणाएं चुनाव के बाद पूरे नहीं होंगे। बुधवार को सीएम जींद में आयोजित राज्यस्तरीय तीज महोत्सव में जहां महिलाओं को अपनी घोषणाओं से खुश कर रहे थे, वहीं थोड़ी दूरी पर आशा और मिड डे मील वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं। उन्होंने सीएम के कार्यक्रम का भी बहिष्कार कर रखा था। उनका कहना था कि पिछले साल 73 दिन की हड़ताल के बाद सरकार ने जो मांगें मानी थीं, वह आज तक पूरी नहीं हुई हैं।
सरकार और आशा-मिड डे मील वर्करों में जो समझौता हुआ था, वह क्रियान्वित आज तक नहीं हुआ है। पिछले काफी दिनों से नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं। वे भी अपनी मांगों को लेकर अडेÞ हुए हैं। इससे मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सैनी सरकार को चाहिए कि वह इन बातचीत करके उनकी हड़ताल खत्म कराए, ताकि मरीजों को राहत मिल सके।
-संजय मग्गू
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