कोलकाता(Kolkata News: ) के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई तोड़फोड़ और हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को कोलकाता पुलिस ने इसकी जानकारी दी। गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को 22 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
Kolkata News: लाखों रुपए की दवा नष्ट
घटना बुधवार देर रात की है, जब कुछ अज्ञात लोगों ने अस्पताल के परिसर में प्रवेश कर तोड़फोड़ की। उपद्रवियों ने आपातकालीन विभाग की दो मंजिलों को निशाना बनाया, जहां हाइब्रिड क्रिटिकल केयर यूनिट (एचसीसीयू), क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू), और दवा स्टोर रूम स्थित हैं। इस दौरान, कई लाख रुपये की दवाइयां नष्ट हो गईं और सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए गए। पुलिस के अनुसार, इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी और अन्य लोग घायल हुए हैं।
इस हिंसा की पृष्ठभूमि में 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना है। उस घटना के विरोध में अस्पताल में महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं। इसी दौरान तोड़फोड़ की गई। अस्पताल के कुछ मेडिकल छात्रों और जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि उपद्रवियों का मकसद संभवतः सबूतों को नष्ट करना था। उनका मानना है कि तोड़फोड़ इसलिए की गई क्योंकि उपद्रवियों को लगा कि यह सेमिनार हॉल है, जहां अपराध हुआ था।
पांच आरोपियों की पहचान सोशल मीडिया से हुई
कोलकाता पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि गिरफ्तार किए गए 19 लोगों में से पांच की पहचान सोशल मीडिया के जरिए मिली जानकारी से की गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर वे किसी संदिग्ध को पहचानते हैं या उसके बारे में जानकारी रखते हैं, तो पुलिस को सूचित करें। इसके साथ ही, पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया के आधार पर गिरफ्तार किए गए पांच लोगों की तस्वीरें भी साझा की हैं।
जूनियर डाक्टरों की हड़ताल जारी
इस घटना के बाद से सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। डॉक्टर दोषियों को सख्त सजा देने और कार्यस्थल पर सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर अब इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।