प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi: )ने बुधवार को यूक्रेन और पोलैंड की आधिकारिक यात्रा पर रवाना होने से पहले एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने यूक्रेन में जारी संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ पहले हुई बातचीत को आगे बढ़ाने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
PM Modi: शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली की उम्मीद
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर अपना दृष्टिकोण साझा करने के लिए उत्सुक हूं। एक मित्र और साझेदार के रूप में हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली की उम्मीद करते हैं। यह यात्रा एक ऐतिहासिक अवसर है क्योंकि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यूक्रेन यात्रा है। मोदी ने यह भी कहा कि वह युद्धग्रस्त क्षेत्र में जल्द से जल्द शांति और स्थिरता की बहाली की उम्मीद करते हैं।
पोलैंड में भारती समुदाय के सदस्यों से मिल सकते हैं प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री की पोलैंड यात्रा भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हो रही है। मोदी ने कहा कि पोलैंड मध्य यूरोप में भारत का एक प्रमुख आर्थिक भागीदार है और दोनों देशों के बीच लोकतंत्र और बहुलवाद के प्रति प्रतिबद्धता उनके संबंधों को और मजबूत बनाती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मिलने की आशा करता हूं। उन्होंने पोलैंड में भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात करने की इच्छा जताई।
भारत के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद
मोदी ने विश्वास जताया कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने और भविष्य में और अधिक मजबूत एवं जीवंत संबंधों की नींव रखने में सहायक होगी।इस यात्रा के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की वैश्विक भूमिका को मजबूत करने और संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में शांति स्थापित करने की भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। यूक्रेन और पोलैंड के साथ भारत के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है।