नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे स्वयंभू बाबा आसाराम बापू (Asaram Bapu: )को हृदय संबंधी बीमारी के इलाज के लिए महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खोपोली स्थित एक आयुर्वेदिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि 83 वर्षीय आसाराम को मंगलवार रात करीब आठ बजे पुलिस सुरक्षा में मुंबई से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित इस अस्पताल के हृदय देखभाल क्लीनिक में लाया गया। अगले सात दिन तक वह यहां हृदय संबंधित बीमारी का उपचार कराएंगे।
Asaram Bapu: 2013 में आसाराम को किया गया था गिरफ्तार
आसाराम को सितंबर 2013 में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। राजस्थान उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को उन्हें महाराष्ट्र के आयुर्वेदिक अस्पताल में पुलिस हिरासत में उपचार कराने की अनुमति दी थी। इसके बाद आसाराम को जोधपुर से विमान द्वारा मुंबई लाया गया, जहां से उन्हें पुलिस दल की निगरानी में खोपोली अस्पताल पहुंचाया गया। उनके साथ जोधपुर पुलिस के चार कर्मियों के अलावा, दो सहायक भी हैं, जिन्हें अदालत द्वारा अनुमति दी गई थी।
चार पुलिसकर्मी रहेंगे निगरानी में
सुरक्षा के मद्देनजर रायगढ़ पुलिस के कर्मियों को अस्पताल में तैनात किया गया है। अदालत ने आसाराम को पैरोल देते हुए सख्त शर्तें लगाई थीं, जिसके तहत चार पुलिसकर्मी लगातार उनकी निगरानी करेंगे। इससे पहले, राजस्थान उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय ने स्वास्थ्य के आधार पर उनकी सजा को निलंबित करने की याचिकाएं खारिज कर दी थीं।
2018 में सुनाई गई उम्र कैद की सजा
आसाराम को 2013 में इंदौर से गिरफ्तार किया गया था, जब उस पर अपने आश्रम में एक किशोरी से दुष्कर्म का आरोप लगा था। 2018 में, एक विशेष बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) अदालत ने उन्हें इस मामले में दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। इसके अलावा, जनवरी 2023 में गुजरात की एक अदालत ने एक महिला अनुयायी से जुड़े यौन शोषण के एक पुराने मामले में भी उन्हें दोषी ठहराया और उम्रकैद की सजा सुनाई। सूरत की एक पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आसाराम ने 2013 में अपने आश्रम में बार-बार उसके साथ दुष्कर्म किया था। अब, उम्रकैद की सजा भुगतते हुए, आसाराम को उनके स्वास्थ्य के कारण उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।